लखनऊ:समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बाद एमके स्टालिन के बयान पर अपनी सहमति नहीं दी है। डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के गठबंधन के पीएम उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम को आगे करने पर अखिलेश यादव सहमत नहीं हैं।
अखिलेश यादव ने साफ कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि एमके स्टालिन की राय पर गठबंधन के सभी सदस्य एकमत हों। गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में राहुल गांधी का नाम सामने लाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि जनता अब भाजपा से नाराज है। इसी कारण कांग्रेस को तीन राज्यों में सफलता मिली है।अब गठबंधन को तैयार होना होगा। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री, ममता जी और शरद पवार जी ने गठबंधन बनाने के लिए सभी नेताओं को एक साथ लाने का प्रयास किया था। इस प्रयास में अगर कोई अपनी राय दे रहा है, तो जरूरी नहीं है कि गठबंधन की राय समान हो। प्रधानमंत्री पद के नाम पर किसी का भी नाम गठबंधन के सभी नेता तय करें तो बेहतर है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत न करने के बाद अब उनके बयान का भी विरोध किया है। कमलनाथ ने शपथ लेने के बाद बिहार व उत्तर प्रदेश के निवासियों के कारण मध्य प्रदेश के युवकों को नौकरी नहीं मिल पाती है।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कमलनाथ का यह बयान गलत है। अक्सर आप महाराष्ट्र से भी यही सुनते हैं। उत्तर भारतीय यहां क्यों आये हैं। उन्होंने यहां नौकरियां क्यों ली हैं। दिल्ली से और अब एमपी से भी। उन्होंने कहा कि अब तो उत्तर भारतीयों को फैसला करना होगा कि केंद्र सरकार उनके लिए क्या करेगी।
मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि उत्तर प्रदेश व बिहार के लोग यहां पर आकर नौकरी करते हैं। स्थानीय लोगों को काम नहीं मिलता है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया के काफी हंगामा मचा था। कमलनाथ ने यह भी कहा था कि हमारी रोजगारपरक योजना का लाभ उन्हीं कंपनियों को मिलेगा जो कि 70 फीसदी स्थानीय लोगों को जॉब देंगी। इससे उत्तर प्रदेश व बिहार के लोग अपने आप कम होंगे। निवेश के प्रोत्साहन प्रदान करने की हमारी योजनाएं केवल मध्य प्रदेश के 70 प्रतिशत लोगों को रोजगार देने की शर्त पर लगाई जाएंगी। बिहार व उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्यों के लोग यहां आते हैं और स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिलती है। मैंने इस के लिए फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ का उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों को निशाना बनाना सही नहीं है। यहां के लोग ही केंद्र सरकार बनाते हैं। अखिलेश ने कहा जैसा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बोला वही महाराष्ट्र के लोग यूपी व बिहार के लोगों के बारे में बोलते हैं। यह सही नहीं है।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत न करने के बाद अब उनके बयान का भी विरोध किया है। कमलनाथ ने शपथ लेने के बाद कहा कि बिहार व उत्तर प्रदेश के निवासियों के कारण मध्य प्रदेश के युवकों को नौकरी नहीं मिल पाती है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का यह बयान गलत है। अक्सर आप महाराष्ट्र से भी यही सुनते हैं। उत्तर भारतीय यहां क्यों आये हैं। उन्होंने यहां नौकरियां क्यों ली हैं। उन्होंने कहा कि अब तो उत्तर भारतीयों को फैसला करना होगा कि केंद्र सरकार उनके लिए क्या करेगी। मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि उत्तर प्रदेश व बिहार के लोग यहां पर आकर नौकरी करते हैं। स्थानीय लोगों को काम नहीं मिलता है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया के काफी हंगामा मचा था। कमलनाथ ने यह भी कहा था कि हमारी रोजगारपरक योजना का लाभ उन्हीं कंपनियों को मिलेगा जो कि 70 फीसदी स्थानीय लोगों को जॉब देंगी।
इससे उत्तर प्रदेश व बिहार के लोग अपने आप कम होंगे। निवेश के प्रोत्साहन प्रदान करने की हमारी योजनाएं केवल मध्य प्रदेश के 70 प्रतिशत लोगों को रोजगार देने की शर्त पर लगाई जाएंगी। बिहार व उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्यों के लोग यहां आते हैं और स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिलती है। मैंने इस के लिए फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं।अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ का उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों को निशाना बनाना सही नहीं है। यहां के लोग ही केंद्र सरकार बनाते हैं। अखिलेश यादव ने कहा जैसा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बोला वही महाराष्ट्र के लोग उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों के बारे में बोलते हैं। यह सही नहीं है।