फर्रुखाबाद:बीते दिन मृत विवाहिता को रिफर करने के मामले में परिजन भडक गये| वह शव लेकर पुन: अस्पताल पंहुचे और हंगामा किया| जिसके बाद पुलिस मौके पर आ गयी| पुलिस ने जाँच पड़ताल की| मृतका के पति ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी| पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा कर लिया गया|
जनपद बदायूँ कादरचौक निवासी वीरपाल ने बीते लगभग 9 वर्ष पूर्व अपनी पुत्री मायादेवी का विवाह जनपद कासगंज गंजडूबारा धनपाल निवासी रजनी कान्त शाक्य के साथ हुआ था| रजनी कान्त का आरोप है कि बीते 12 दिसम्बर को वह पत्नी माया देवी को पेट के दर्द के चलते आवास विकास के सिद्धार्थ अस्पताल में लेकर आये थे| अस्पताल में 18 हजार का पैकेज में पथरी का आपरेशन तय हुआ था| डॉ० ऋषिकान्त जैन ने मायादेवी का आपरेशन किया| आपरेशन के दौरान ही अस्पताल कर्मियों ने एम्बुलेंस बुलाकर मायादेवी को आक्सीजन लगाकर रिफर कर दिया|
रजनीकांत उसे लेकर आगरा पंहुचे जंहा चिकित्सक ने बताया कि माया की मौत बीते लगभग चार घंटे पूर्व हुई है| जिस पर परिजन भडक गये| उन्होंने बीती रात लगभग एक बजे शव लाकर अस्पताल के बाहर रख दिया| लेकिन अस्पताल का गेट कर्मियों ने नही खोला| परिजनों ने जमकर हंगामा किया| इसके बाद पुलिस मौके पर आयी| पुलिस ने जाँच पड़ताल की|
मृतका के पति रजनीकान्त ने सिद्धार्थ अस्पताल के संचालक डॉ० विकास अग्निहोत्री,डॉ० ऋषिकान्त जैन के साथ आदि कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी| पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा धारा 304 ए के तहत दर्ज कर लिया|
आपरेशन के दौरान अधिक रक्तस्राव से हुई थी विवाहिता की मौत
पुलिस ने विवाहिता का पोस्टमार्टम कराया | पोस्टमार्टम डॉ० सोमेश अग्निहोत्री,डॉ० सर्वेश कुमार के पैनल में किया गया| सूत्रों पर मिली जानकारी के मुताबिक मायादेवी की मौत आपरेशन के दौरान महिला का अधिक रक्तस्राव होना बताया गया है|