कानपुर:आल इंडिया शिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मॉडल निकाहनामा तैयार किया है, जिसमें शौहर के बजाय बीवी को तीन तलाक देने का अधिकार पहले दिया गया है। यहा जानकारी शहर में एक कार्यक्रम में शिरकत आए शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने दी। उन्होंने कहा कि निकाह के दौरान ही मॉडल निकाहनामा देख लड़के खुद ये समझ जाएंगे कि अगर कुछ गड़बड़ किया तो हम से पहले बीवी खुद ही तलाक देकर चली जाएगी। इससे एक भय होगा और लोग अपनी पत्नी को तलाक देने की धमकी देना बंद कर देंगे।
उन्होंने कहा कि शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी शिया समुदाय के नुमाइंदे नहीं हैं बल्कि वह एक सरकारी प्रवक्ता है और जो उनसे कहा जाएगा, वही बोलेंगे। कहा कि शिया पर्सनल लॉ बोर्ड आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ है। अयोध्या मुद्दे पर जो भी फैसला सुप्रीमकोर्ट देगा, उसे हम सब मानेंगे।
धर्म संसद मुसलमानों के खिलाफ नहीं
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन गयूरुल हसन रिजवी का कहना है कि धर्म संसद का मतलब ये नहीं है कि मुस्लिमों के खिलाफ कोई साजिश हो रही है बल्कि धर्म संसद का मतलब है कि अपने धर्म को लेकर सलाह मशविरा करना। एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये आयोग के चेयरमैन ने कहा कि पूरा देश आज भयमुक्त है, कहीं कोई खौफ नहीं है। उन्होंने कहा कि आयोग के पास बड़ी संख्या मेें समस्याएं आ रही हैं जिनका निपटारा किया जा रहा है।