लखनऊ:मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के साथ ही तेलंगाना व मिजोरम विधानसभा चुनाव को देश की सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है। तीन राज्यों के नतीजों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती व समाजवादी के मुखिया अखिलेश यादव की भी निगाहें लगी हैं।
पांच राज्यों में से तीन में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। कांग्रेस ने भाजपा को हर राज्य में पीछे छोड़ दिया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनाने की दहलीज पर है। तेलंगाना में केसीआर सरकार का फिर से सत्ता में काबिज होना तय हो गया है।समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अपने कुछ प्रत्याशी उतारे थे और इसके लिए उन्होंने ज़बर्दस्त चुनाव प्रचार भी किया था। मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी के 2 प्रत्याशी अपने नज़दीकी उम्मीदवारों से कुछ आगे चल रहे हैं, मध्य प्रदेश में शुरुआती रुझानों में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार भी कुछ आगे चल रहे हैं। मध्य प्रदेश में अगर किसी पार्टी को बहुमत न मिला तो सपा और बसपा किंग मेकर की भूमिका निभा सकते हैं।
मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान तथा मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, बसपा प्रमुख मायावती व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने जोरदार प्रचार किया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो तेलंगाना में भी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में सभा की थी। इन सभी को भी अपनी मेहनत के परिणाम का इंतजार है। इन पांच राज्यों के चुनाव परिणाम से यूपी में गठबंधन की सियासत पर भी असर दिखेगा। फिलहाल तो अब सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस की एंट्री का रास्ता भी चुनाव परिणाम से ही तय होगा।