कानपुर: सपा सरकार के दौरान जनपद फर्रुखाबाद के प्रभारी मंत्री रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव कुमार बेरिया को सपा प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। उनके साथ ही रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष कुलदीप यादव को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों नेताओं पर यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों और पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में गुटबाजी सामने आने पर की है।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी के समय बैंक में मां के लाइन लगाने के दौरान जन्मे खजांचीनाथ को जन्मदिन पर विशेष तकनीकी के आरसीसी रेडीमेड मकान भेंट करने की घोषणा की थी। बीते रविवार को खजांची के जन्मदिन समारोह में सरदारपुरवा गांव पहुंचे सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में खजांची नाथ व उसकी मां सर्वेशा देवी नहीं पहुंची थीं। इसपर पूर्व मुख्यमंत्री ने मंच से कहा था कि पार्टी के कुछ नेता कार्यक्रम बिगाडऩा चाहते हैं लेकिन समारोह भव्य हुआ है। बाद में खजांची नाथ के बाबा प्रथा नाथ व दादी शशि देवी को बंद लिफाफे में आर्थिक मदद व सरदारपुरवा गांव के मकान की चाबी सौंपी थी। इसके बाद कुछ सपा नेताओं ने अनंतपुर गांव में केक काटकर खजांची नाथ का जन्म दिन मनाया था।
इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उतम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सोमवार को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने व गुटबाजी के चलते पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवकुमार बेरिया व रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष कुलदीप यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। सपा कानपुर देहात जिलाध्यक्ष समरथ पाल ने बताया प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित किया है।
पांच बार बने विधायक, लंबे समय से सपा से जुड़े रहे
शिवकुमार बेरिया का राजनीतिक सफर कानपुर से शुरू हुआ और पढ़ाई के समय से वह राजनीति में सक्रिय रहे। वह अबतक पांच बार विधायक रह चुके हैं। पूर्ववर्ती सपा सरकार में वह रसूलाबाद विधानसभा सीट से विधायक थे और रेशम एवं वस्त्र उद्योग विभाग से कैबिनेट मंत्री रहे। वह लंबे समय से समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के काफी नजदीकी भी रहे। राजनीति में कानपुर से जुड़ी बिल्हौर विधानसभा उनका कर्मक्षेत्र रहा है। वर्ष 1989 में सीसामऊ विधानसभा, वर्ष 1991, 1993, 2002 में बिल्हौर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार और वर्ष 2012 रसूलाबाद विधानसभा सीट से विधायक बने।