फर्रुखाबाद: बीते 20 अगस्त से 23 अगस्त तक चले राजपूत सेंटर के आवा सप्ताह को मानसिक व शारीरिक रूप से दिव्यांग छात्रों को समर्पित किया गया| जिसमे हुई विभिन्य प्रतियोगिताओं में पास होने वाले छात्रों को उपहार भी दिये गये|
आवा की प्रेसीडेंट मंजुला मल्होत्रा ने कार्यक्रम में पंहुच छात्रों का हौसला बढ़ाया| वही बच्चो की प्रतिभा को निखारने, सवारने एवं परखने ले लिये विभिन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ| प्रतियोगिता के साथ ही पर्यावरण को सुरक्षित करने की भी विधाओं को भी बताया गया| साथ ही प्लास्टिक से बनी वस्तुओं से होने वाली शारीरिक व सामाजिक प्राकृतिक हानियों को भी बच्चो को बताया गया| इस दौरान आवा प्रेसीडेंट मंजुला मल्होत्रा ने बच्चो को उनकी योग्यता के अनुसार उपहार भेट किये| जिसने स्मार्ट बुक खिलौने व साइकिलें दिये गये| उन्होंने कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नही है| दिव्यांग बच्चे माँ-बाप पर बोझ नही होते है| लेकिन उनके ऊपर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है| उनकी भीतर छिपी प्रतिभा को पहचान कर अधिक ध्यान दिया जाये तो वह यह नाम कर सकते है |
शीशपाल बने आनरेरी लेफ्टिनेंट
23 राजपूत के जेसीओ सूबेदार शिशपाल सिंह को आनरेरी लेफ्टीनेंट बनने पर सेंटर कमांडर ब्रिगेडियर टीसी मल्होत्रा एवं सेंटर सूबेदार मेजर प्रताप सिंह भाटी ने एक समारोह में शिशपाल के सितारे लगाये|