फर्रुखाबाद: समाजवादी सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे शिवपाल सिंह यादव गुरुवार को यूपी के सीमें योगी आदित्य नाथ के राममंदिर पर दिये गये वयान से सहमत दिखे| उन्होंने कहा की यदि समझौता नही तो कोर्ट का आदेश ही विकल्प है|
समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष विश्वास गुप्ता के छोटे भाई वैभव गुप्ता के विवाह समारोह में शिरकत करने आये शिवपाल सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा की पिछले विधान सभा चुनाव में सपा कांग्रेस गठबंधन के दौरान दो हार सपा के हाथ लगी उस सम्बन्ध में सपा सुप्रीमो ही जबाब दे सकते है| क्योंकि गठबंधन का फैसला अखिलेश यादव था उनका नही| इसके साथ ही वह बोले की पहले भी वह कह चुके है की यदि विघटन नही हुआ होता तो सूबे में सपा की सरकार होती और अखिलेश सीएम होते|
नई पार्टी के गठन के सबाल पर शिवपाल सिंह ने कहा की अभी समय है| समय आने पर इसका जबाब भी मिल जायेगा| फिल पद्मावती की अभिनेत्री के सिर काटने की बात को लेकर चल रहे विवाद के विषय में वह चुप्पी साध गये| सीएम योगी के गुरुवार को नगर निकाय चुनाव को लेकर जनपद में होनी वाली रैली के विषय में उन्होंने कहा की सीएम योगी के आने से कोई फर्क नही पड़ेगा| सपा के जो अच्छे प्रत्याशी है वह चुनाव जीतेगे|
उन्होंने अयोध्या राममंदिर के विषय में बीते दिनों दिये वयान से अपने को पीछे कर लिया| साथ ही सीएम योगी द्वारा बीते 20 नवम्बर को दिये गये वयान की अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अब मध्यस्थता का कोई तुक नहीं है। इस मामले में हाईकोर्ट का फैसला वर्ष 2010 में आया था। सात वर्षों में कोई मध्यस्थता करने क्यों नहीं आया। अब जब पांच दिसंबर से सुप्रीमकोर्ट इसकी नियमित सुनवाई होनी है तो मध्यस्थता के बजाय फैसले की प्रतीक्षा करनी चाहिए। अब ऐसी पहल के लिए बहुत देर हो चुकी है। का समर्थन कर दिया है| उन्होंने कहा की यदि बातचीत नही बन रही तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ही इंतजार उचित होगा|
सपा नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी दमयन्ती सिंह,डॉ० अनार सिंह यादव, डॉ० जितेन्द्र सिंह यादव, जिला प्रवक्ता पुष्पेन्द्र यादव, अनिल श्रीवास्तव, सन्नू गंगवार आदि रहे|