फर्रुखाबाद: जिले की सुरक्षा एजेंसी किस तरह से कार्य कर रही है| एलआईयू व स्वाट टीम किस पर शिकंजा कर रही है| जब दो वर्षो में तीसरी बार घटना को अंजाम देने की नाकाम शाजिश रची गयी| मजे की बात तो यह है कि पुलिस से लेकर एटीएस तक बम बरामद के मामले में जाँच पड़ताल कर चुकी है| लेकिन अभी तक एक भी आरोपी हाथ नही लगा| इस बार विधालय के पीछे बम मिलने से पढने वाले बच्चों के परिजनों में खौफ फ़ैल गया| जिले में बम बरामद होने की यह तीसरी घटना है|
घटना नम्बर एक बीते 3 अक्टूबर 2015 को फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन माल खाने के निकट प्लेट फार्म नम्बर एक पर टाइम बम बरामद हुआ था| जिसे बाद में डिफ्यूज तो कर दिया गया | लेकिन उसको रखने वाले आरोपी का पुलिस,एटीएस व रेलवे पुलिस पता तक नही लगा सकी|
घटना नम्बर दो बीते लगभग एक माह पूर्व 7 सितम्बर 2017 को ही शहर कोतवाली क्षेत्र के इस्माइलगंज सानी निवासी स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय रामचन्द्र वर्मा के पुत्र लेखपाल रविन्द्र वर्मा के आवास के बाहर मिले भी टाइम बम मिला| जिसे पुलिस ने आठ घंटे के बाद नष्ट करा पाया |जब बरेली से बम निरोधक दस्ता आ गया| उसकी जाँच भी ठंडे बस्ते में चली गयी|
तीसरी घटना लेखपाल के पर मिले बम के लगभग एक माह बाद ही शुक्रवार को शहर कोतवाली क्षेत्र के श्याम नगर सेंट् लारेन्स स्कूल के पीछे संदिग्ध बम बरामद हुआ| जिससे पुलिस के हाथ पैर फूल गये|