गोदाम में राशन के फर्जीबाड़े की जांच शुरू

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फर्रुखाबाद: सातनपुर मंडी स्थित मार्केटिंग विभाग की गोदाम में राशन के फर्जीबाड़े की जांच-पड़ताल शुरू हो गई है|

नायाव तहसीलदार अनिल कुमार तिवारी ने गोदाम की सील खोलकर जांच-पड़ताल की|

इस दौरान खाद्ध निरीक्षक राम प्रकाश सचान, डिप्टी आरएमओ यादराम, विपणन सहायक सुरेन्द्र कुमार, लेखपाल संजय प्रताप सिंह, प्रवेश तोमर आदि कर्मचारी मौजूद रहे|

चौकाने वाली बात ये निकली कि कल रात मार्केटिंग विभाग के अफसरों ने १ गोदाम एसडीएम से छुपा लिया और २ में से केवल १ गोदाम सील कराया| दूसरा गोदाम सारी रात खुला रहा जिससे जाँच में आंच आने की सम्भावना प्रबल हो गयी है|

राशन की तौल करने के लिए गोदाम में बिखरा हुआ चावल इकट्ठा करके बोरियों में भरा गया| गिनती करने के लिए बोरियां कायदे से चट्टे पर लगाई गयीं|

श्री तिवारी ने बताया कि मैंने मार्केटिंग विभाग के वितरण रजिस्टर को चेक कर लिया है| पूरी गोदाम से जब गेंहूं, चावल व शकर की नाप-तौल हो जायेगी तभी असलियत का पता चलेगा|

आज खाद्ध निरीक्षक राम प्रकाश सचान ने बताया कि गुड्डी देवी को ११.७० कुंटल बीपीएल गेंहूं, १५.६० बीपीएल चावल, ७.२० अंत्योदय गेंहूं, ९०६० अंत्योदय चावल, ४.५० अंत्योदय चीनी तथा महामाया आवासीय योजना का ३.२५ कुंटल गेंहू, ७.०० कुंटल चावल, अंत्योदय का २ कुंटल गेंहूं व ४ कुंटल चावल था|

श्री सचान ने बताया कि बीते दिन पिथूपुर मेहंदिया के कोटेदार हेतराम, याकूतगंज की वीना गुप्ता व राजेन्द्र दुबे, नूरपुर के मेघनाथ, बरौन के मोअद्दीन व वेदपाल राशन उठा ले गए थे|

आज सुबह से राशन वितरण का कार्य बंद हो जाने से अनेकों पल्लेदार मायूश होकर बैठे रहे|पल्लेदारों ने बताया कि सुबह कई कोटेदार राशन उठाने आये थे| जब उन्हें गोदाम के सीज होने की जानकारी मिली तो वह वापस लौट गए| गोदाम से प्रतिमाह २३ तारीख से ३१ तक ही राशन का उठान होता है|

बीती रात एक ट्रैक्टर पर राशन शकर की ५ बोरी, गेंहू की ४२ बोरी, चावल की ४० बोरी तथा MDM चावल की बोरी मिली थी| जिसे गोदाम में ही रखवा दिया गया था| वहां राशन ले जाने के लिए प्रधान सत्यदेव शाक्य मौजूद थे जबकि अधूरा राशन नगला बजीर खारबंदी कोटेदार गुड्डी देवी का बताया गया था|

जबकि जांच में पता चला कि गुड्डी देवी कई दिनों से गाँव में नहीं है| और शेष राशन भी दुकान पर नहीं पहुंचा है| कालाबाजारी का संदेह होने पर बीती रात गुड्डी की राशन की दुकान के साथ ही मार्केटिंग की दुकान सीज कर दी गयी थी|