भाजपा की ‘तिरंगा फहराओ’ रैली का नाटकीय अंत

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भाजपा की विवादास्पद राष्ट्रीय एकता यात्रा आखिरकार कठुआ के शहीद चौक पर तिरंगा फहराने के साथ समाप्त हो गई है। इसके साथ ही भाजपा नेता सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और अनंत कुमार को जम्मू कश्मीर सुरक्षा बल ने रिहा कर दिया है। भाजपा के ‘तिरंगा फहराओ’ राजनीतिक नाटक का नाटकीय अंत हो गया है। अब भाजपा नेता और कार्यकर्ता घर वापसी के लिए निकल रहे हैं।

मालूम हो कि नई दिल्ली में भी गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड और अन्य कार्यक्रम अब समाप्त हो चुके हैं। भाजपा ने भी अपनी यात्रा को समाप्त करते हुए शहीद चौक पर ही तिरंगा फहरा कर संतोष कर लिया है। इससे पहले भले ही जम्मू -कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भाजपा नेताओं को गिरफ्तार किया हो, उन्होने अरुण जेटली को राज्य में गणतंत्र दिवस मन ाने के लिए ना सिर्फ आमंत्रिक किया बल्कि अलगाववादी नेताओं से बात-चीत कर विवाद सुलझाने का प्रस्ताव भी दिया।

उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाजपा की लाल चौक पर तिरंगा फहराओ रैली के जवाब में अलगाववादी ताकतों ने भी लाल चौक पर काले झंडे फहराने और गणतंत्र दिवस बहिष्कार का आयोजन किया था। इसलिए राज्य सरकार ने स्थिति की संवेदनसीलता को देखते हुए बाजपा की रैली पर रोक लगा दी थी, मौका नाजुक देख अलगाववादी नेता भी गिरफ्तार होने के डर से भूमिगत हो गए।

राज्य सरकार की मुस्तैदी के चलते कश्मीर सहित पूरे देश में गणतंत्र दिवस हंसी-खुशी के माहौल में मनाया गया।