फर्रुखाबाद: जनपद में आदमखोर चीते का खौफ इस कदर हावी है कि लोग झुण्ड़ों में अपने घर से निकल रहे हैं। पिछले 8 दिन पूर्व ही नबावगंज क्षेत्र में चीते ने दो लोगों पर हमला किया था। उस समय प्रशासन व पुलिस ने चीते की घेराबंदी भी की थी। लेकिन तब से प्रशासन, पुलिस व वन विभाग अधिकारी बेखबर हो गये। शुक्रवार की रात मेरापुर क्षेत्र के एक गांव में इंटर के छात्र को आदमखोर चीते ने अपना शिकार बनाया। चीते के हमले से छात्र की मौत हो गयी।
थाना मेरापुर खेत्र के ग्राम ढर्रा शादीनगर निवासी मूलचन्द्र राजपूत का पुत्र विकास अपनी छत पर परिजनों के साथ सो रहा था। गांव के बाहर बने मकान के जीने में किबाड़ इत्यादि की व्यवस्था न होने से आदमखोर चीता छत के ऊपर चढ़ गया। चीते ने विकास की गर्दन पकड़कर बाउन्ड्रीबाल में झटके से मार दिया। जिससे उसे गंभीर चोटें आयीं। वहीं बाउंड्रीबाल भी टूट गयी। विकास के परिजनों ने तत्काल 100 डायल पर फोन किया। लेकिन कोई नहीं आया। इसके बाद विकास को लोहिया अस्पताल ले जाया गया। जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। विकास की मां प्रभादेवी का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं विकास के परिजनों ने आरोप लगाया कि वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से उनके पुत्र की जान गयी है। यदि इसी तरह प्रशासन लापरवाही बरतता रहा तो चीता फिर भी किसी पर हमला कर सकता है।