नई दिल्ली|| गणतंत्र दिवस पर राजधानी को एक नहीं, बल्कि 35 आतंकियों से खतरा है। ये आतंकी हमला बोलकर भारी गड़बड़ी फैला सकते हैं। आतंकियों की इस योजना की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है।
इससे निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियां ने भी कमर कस ली है और लंबी-चौड़ी योजना बनाकर उस पर अमल करने में जुट गई हैं। दिल्ली पुलिस ने सभी 35 आतंकियों के दो लाख पोस्टर छपवाए हैं, जिन्हें सार्वजनिक स्थलों पर अगले कुछ दिनों में ही चस्पा करवा दिया जाएगा, ताकि आम लोग भी सतर्क रहें और आतंकियों से जुड़ी जानकारी पुलिस को समय रहते लोगों के माध्यम से मिल सके।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि इन 35 आतंकियों में से आठ इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य हैं, जो आजमगढ़ के रहने वाले हैं। इनमें डॉ. शाहनवाज, आरिफ उर्फ जुनैद, मिर्जा शाहदाब बेग, बड़ा साजिद, मोहम्मद खालिद, असादुल्लहा, अखतर व अबू राशिद शामिल हैं।
जबकि, अन्य 27 आतंकियों का संबंध लश्कर-ए-तैयबा, हूजी व अन्य आतंकी संगठनों से है। दिल्ली पुलिस को इन आतंकियों की जानकारी खुफिया एजेंसियों व गृह मंत्रालय से मिली है, जिसमें पुलिस को चेताया गया है कि ये आतंकी दिल्ली व एनसीआर में छिपे हो सकते हैं।
इनके संपर्क में कुछ स्थानीय लोग भी हैं, जो न सिर्फ इन्हें पनाह देने में मददगार हैं, बल्कि अन्य गतिविधियों में भी लिप्त हैं। इस इनपुट के बाद दिल्ली पुलिस ने तमाम थाना इलाकों में किराएदारों के वेरिफिकेशन के साथ ही साइबर कैफे और एसटीडी पीसीओ बूथ, होटल व गेस्ट हाउसों में भी यह अभियान छेड़ दिया है।
सभी प्रापर्टी डीलरों को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि वे उन लोगों का ब्योरा भी पुलिस को दें, जिन्होंने हाल ही में मकान खरीदा है या फिर किराए पर लिया है।
इसके अलावा, सभी 35 आतंकवादियों के फोटो, नाम व आतंकी संगठनों की जानकारी वाले दो लाख पोस्टर भी छपवाए गए हैं। इन्हें दिल्ली के सभी सार्वजनिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों, मेट्रो स्टेशन, बस अड्डा, अस्पताल, एयरपोर्ट व मुख्य बाजारों में चस्पा किया जाएगा। पुलिस ने अपने मुखबिरों को भी मुस्तैद कर दिया है, ताकि समय रहते ही संदिग्धों की जानकारी पुलिस को मिल सके।
गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा के मद्देनजर सेना के अलावा अर्धसैनिक बलों की 192 कंपनियों को तैनात किया गया है। केवल नई दिल्ली जिले में ही दिल्ली पुलिस के 20 हजार कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, अन्य पुलिस कर्मियों को राजधानी के चप्पे चप्पे पर तैनात किया गया है।
जिन सुरक्षा कर्मियों की ड्युटी गणतंत्र दिवस समारोह में लगी है, सेना ने उन सभी के नए पहचान पत्र जारी किए हैं, ताकि कोई भी आतंकी फर्जी आईकार्ड की मदद से सेंध न लगा सके। परेड रूट में लगे पेड़ों व खंभों की गिनती का काम भी लगभग पूरा हो चुका है और सीसीटवी कैमरे भी लगा दिए गए हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों से अलग अलग भाषाओं की जानकारी रखने वाले सुरक्षा कर्मियों (सपोर्टरों) को भी बुलाया गया है। राजधानी की सभी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, सभी 35 आतंकियों की जानकारी दिल्ली से सटे शहरों व अन्य राज्यों की पुलिस को भी दे दी गई है।
इसके साथ ही, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद व गुड़गांव पुलिस को इलाके में चौकसी बढ़ाने के लिए कहा गया है। आम लोगों से अपील भी की है कि किसी भी संदिग्ध की सूचना मिलने पर वे तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें।