लखनऊ: .रेप के आरोपी गायत्री प्रजापति को लखनऊ पुलिस और एसटीएफ ने यहां बुधवार को अरेस्ट कर लिया है। वह करीब 17 दिन से फरार चल रहे थे। ऐसा कहा जा रहा कि लखनऊ के आलमबाग थाने में पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। मंगलवार को उनके दोनों बेटों अनुराग प्रजापति और अनिल प्रजापति को पूछताछ के लिए पुलिस ने रासत में लिया था। गायत्री प्रजापति अखिलेश सरकार में मंत्री थे। उन्होंने अमेठी सीट से चुनाव भी लड़ा था। 27 फरवरी तक कैंपेन भी थी। इसके बाद वे फरार हो गए थे। बता दें कि फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने विक्टिम की पिटीशन पर गायत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के ऑर्डर दिए थे। महिला ने क्या आरोप लगाए थे…
– बता दें, गायत्री के खिलाफ एक महिला ने आरोप लगाया था कि प्रजापति और उनके साथियों ने दो साल तक उसका गैंगरेप किया। साथ ही उसकी बेटी का भी सेक्शुअल हैरेसमेंट भी किया।
– महिला ने इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नही हुई।
– इसके बाद पीड़िता सुप्रीम कोर्ट पहुंची। कोर्ट ने तुरंत मंत्री के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करने का ऑर्डर दिया था। साथ ही, यूपी पुलिस से 8 हफ्ते में रिपोर्ट भी मांगी है।
यूपी पुलिस अरेस्ट नहीं कर पाई
– सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी पुलिस करीब एक महीने तक गायत्री प्रजापति को अरेस्ट नहीं कर पाई।
– इस दौरान वे अमेठी सीट से समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट थे। वे जगह- जगह कैंपेन करते देखे।
– बाद में जब और सख्ती हुई उसके बाद गायत्री 27 फरवरी के बाद अंडरग्राउंड हो गए।
प्रजापति से 3 साल पहले हुई थी मुलाकात
– महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि गायत्री के एक करीबी ने उसकी मुलाकात करीब 3 साल पहले गायत्री से कराई थी। महिला का आरोप है कि मंत्री ने उसकी चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोशी की हालत में उसके साथ रेप किया था।
– महिला ने आरोप लगाते हुए कहा था कि गायत्री ने घटना की तस्वीरें भी ली थीं। साथ ही, प्रजापति ने उसको कई बार तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल करते हुए रेप किया था।
गायत्री को अखिलेश ने किया था बर्खास्त
– सितंबर 2016 में सीएम अखिलेश यादव ने पहली बार करप्शन के आरोपों का सामना कर रहे गायत्री प्रजापति और राजकिशोर सिंह को बर्खास्त कर दिया था।
– दरअसल, गायत्री खनन मंत्री थे और उन पर खनन मंत्री रहते हुए अवैध खनन की गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप है। गायत्री और खनन विभाग के अफसरों पर सीबीआई का शिकंजा कसने का संकेत मिलते ही सीएम अखिलेश ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था।
– हालांकि, बाद में मुलायम सिंह यादव के कहने पर गायत्री की पार्टी में वापसी हो गई थी। बता दें कि प्रजापति को मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है।
बेटे पर भी रेप का आरोप
– अनुराग और अनिल की गिरफ्तारी के बाद जल्द ही गायत्री तक पहुंचना तय माना जा रहा है। दोनों बेटों के नाम 20 से ज्यादा कंपनियां हैं, जिसमें वे अरबों रुपए के मालिक हैं। दोनों बेटों की पढ़ाई अमेठी में ही हुई है। दोनों ने बीए किया है।
– बड़ा बेटा अनुराग पिता के साथ ही कमीशन एजेंट के तौर पर काम करने लगा। अनुराग पर भी अमेठी की रहने वाली एक लड़की ने 2014 में रेप का आरोप लगाया था। उसके खिलाफ कार्रवाई करने की कई सिफारिशें की गईं, लेकिन गायत्री की हनक के चलते पुलिस ने एफआईआर तक नहीं दर्ज की। बताया जाता है ki बाद में परिवार पर दबाव बनाकर लड़की को शांत कराया गया।