मुलायम से ‘छिनी’ साइकिल, चुनाव आयोग ने सपा अध्यक्ष अखिलेश को माना

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नई दिल्ली:समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह को बड़ा झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक साइकिल का चुनाव चिन्ह अखिलेश यादव को मिल गया है। चुनाव आयोग ने अखिलेश यादव को ही समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष माना है। अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के खेमे के ‘साइकिल’ पर बारी-बारी से दावा करने के बाद चुनाव आयोग ने आज अपना यह अहम फैसला सुनाया है।

चुनाव आयोग के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए रामगोपाल यादव ने इस फैसले को न्यायसंगत करार दिया। रामगोपाल ने कहा कि साइकिल के चुनाव चिन्ह पर फैसला आने के बाद कार्यकर्ता चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। किसी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर रामगोपाल ने कहा कि हमें कांग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीद है। रामगोपाल ने कहा कि इस पूरी लड़ाई में बड़ा वक़्त लगा। अब जल्द ही प्रत्याशियों सूची जारी होगी। पहले फेज की सूची दो दिनों में जारी होगी। गठबंधन के सवाल पर रामगोपाल ने कहा कि विकल्प खुले हैं। नेताजी पर कहा कि वो हमारे आदरणीय हैं। जो बीत गई वो बात गई। अब हम लोग अखिलेश के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे। बता दें कि यूपी में पहले चरण के मतदान के लिए 17 जनवरी को नामांकन होना है, उससे पहले चुनाव आयोग को सपा के विवाद को सुलझाना होगा। दोनों पक्ष ‘साइकिल’ पर दावा ठोक रहे थे। हालांकि पहले हुए इस तरह के विवादों पर चुनाव आयोग के फैसलों को देखें तो आयोग ने चुनाव चिह्न ही फ्रिज किए हैं।

गौरतलब है कि सपा में जारी संकट के बीच सबसे पहले मुलायम और फिर अखिलेश खेमे ने चुनाव आयोग में चुनाव चिह्न पर दावा ठोका था। मुलायम ने कहा है कि पार्टी उन्होंने बनाई है इसलिए ‘साइकिल’ पर पहला हक उनका है। अखिलेश खेमे के रामगोपाल यादव ने छह जनवरी को अखिलेश के समर्थक नेताओं की सूची सौंपी थी। उन्होंने बताया था कि 229 में से 212 विधायकों, 68 में से 56 विधान परिषद सदस्यों और 24 में से 15 सांसदों ने अखिलेश को समर्थन देने वाले शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। रामगोपाल ने कहा था कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी ही असली समाजवादी पार्टी है। ‘साइकिल’ इसी खेमे को मिलनी चाहिए।

चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ पर दावेदारी के लिए मुलायम और अखिलेश दोनों खेमों चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था, जिस पर आयोग ने दोनों खेमों को नौ जनवरी तक समर्थक विधायकों की सूची शपथ पत्र के माध्यम के जरिए जमा कराने को कहा था। इसके बाद आयोग ने मुलायम और अखिलेश खेमों के नेताओं के साथ कई घंटे की बैठक के बाद शुक्रवार को ‘साइकिल’ पर अपना फैसला सुरक्षित रखा था।