फर्रुखाबाद: दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में मौसम ने अचानक करवट ली और पूरे इलाके को ठंड घने कोहरे के आगोश में ले लिया। शुरूआत में ही सुबह और शाम के कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। तीन दिसंबर के बाद से ही तापमान में गिरावट जारी है। सुबह चार बजे से लेकर 10 बजे तक घने कोहरे की चादर बिछ जाती है। कोहरे के कारण गाड़ियों की रफ्तार से लेकर जिदगी की रफ्तार तक धीमी हो गई है। खासकर सुबह में स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शनिवार को सुबह भी जब कोहरे में हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था बच्चे अपना स्कूल बैग लेकर अपने स्कूल वाहन का इंतजार कर रहे थे।
बस के इंतजार में खड़ी स्कूली छात्रा प्रियंका शुक्ला, पूजा भारती, रोहिणी गुप्ता, अपूर्वा वर्मा ने बताया कि काफी ठंड लग रही है लेकिन स्कूल जाना जरूरी है। ठंड के बावजूद बच्चों का स्कूल जाने के लिए तैयार होना उनकी पढ़ाई के प्रति गभीरता दर्शा रहा था। उन बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि सुबह के समय ऐसा घना कोहरा 25 दिसंबर के बाद देखा जाता था। लेकिन इस वर्ष तीन दिसंबर से ही वातावरण में कोहरा छाने लगा है।
घने कोहरों के कारण सुबह सात बजे तक सड़क पर कुछ भी स्पष्ट नही दिखायी देता है। जिसके कारण स्कूल पांव-पैदल ही जाना पड़ रहा है। घने कोहरे के कारण साइकिल चलाना भी कठिन हो गया है। नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी के छोटे-छोटे बच्चों को इस कोहरे के कारण स्कूल जाने में परेशानी बढ़ी है। इस कारण कई बच्चे प्रतिदिन स्कूल नही जा पा रहे हैं। वहीं लंबी दूरी की ट्रेनें विलंब से चल रही है। जिसके कारण यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी ने बताया की अभी तीन दिन तक तो विधालय बंद ही है| उसके बाद यदि कोहरा पड़ता है तो विधालयों का अवकाश किया जायेगा |