फर्रुखाबाद: दरगाह हजरत सय्यद मखदूम शहाबुद्दीन औलिया की दरगाह पर आयोजित हुये उर्स का गुरुवार को गुल पोशी और चादर पोशी के साथ समापन हो गया| जिसमे भारी संख्या में आये अकीदतमन्दो ने हाजिरी लगाकर मुरांदे मांगी|
लोको स्थित कौमी एक जुटता की मिशाल बनी दरगाह दरगाह हजरत सय्यद मखदूम शहाबुद्दीन औलिया में 255 वें सालाना उर्स में सुबह से ही अकीदतमंदों ने दरगाह पंहुचकर माथा टेंका| दरगाह के सज्जादा नशीन हाजी मोहम्मद शरीफ खान ने बताया की दरगाह आपसी भाई चारे का संदेश दे रही है| सूफी कब्बालों रियाज भारती, असलम निजामी कमरिया शरीफ हमीरपुर, जावेद हुसैन रामपुरी व कमालुद्दीन फर्रुखाबादी ने कलाम पढ़ समा बांधा|
इस दौरान आकिब खां, शाह आलम, इमरान, मोहसिन, सलीम अहमद, तौसीक, मो० नूर, फिरोज खां आदि मौजूद रहे|