मकर संक्रांति के ठीक बाद 20 जनवरी को तीन महायोग एक साथ आ रहे हैं। ऐसा 95 साल बाद हो रहा है जब मकर संक्रांति के बाद आने वाले पहले गुरुवार को ही गुरु पुष्यामृत योग होगा।
खरीदारी के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन अमृतसिद्धि और सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा। इसके पहले 1916 में मकर संक्रांति के ठीक बाद आने वाले पहले गुरुवार (20 जनवरी) गुरु पुष्य, अमृतसिद्धि और सर्वार्थसिद्धि योग एक साथ आए थे।
अब ऐसा योग 84 साल बाद 2095 में आएगा। 14 दिसंबर 2010 से मलमास 14 जनवरी तक चलेगा। ज्योतिष मान्यता के अनुसार इस दौरान मांगलिक कार्यो के खरीदी को निषेध माना गया है।
महायोग कब-कब
इस बार 20 जनवरी 2011
पहले 20 जनवरी 1916
भविष्य में 20 जनवरी 2095
गुरु पुष्य की महत्ता
गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र आने से उसे गुरु पुष्यामृत के साथ अमृतसिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग बनता है। ज्योतिषी पंडित रवि जैन के अनुसार इस दौरान शुरू किया गया कार्य स्थायी होकर पूर्ण फलदायी होता है।
इस दिन नागरिकों के लिए नए वाहन, वस्त्र, ज्वेलरी की खरीदारी, लकड़ी संबंधी कार्य, नए प्रतिष्ठान का शुभारंभ, विद्यारंभ करना सर्वाधिक श्रेष्ठतम रहेगा। पुण्य प्राप्ति के लिए व्रत-तपस्या व शांति समृद्धि के लिए यज्ञ एवं मंत्र जाप, दान इत्यादि कर सकते हैं।