फर्रुखाबाद: साधू का पहले से ही खूनी इतिहास है| उसने एक आठ वर्ष पूर्व भी आश्रम की जमीन कब्जे को लेकर एक को मौत के घाट उतार दिया था| जिसके बाद वह जेल गया और जमानत पर चल रहा था| लेकिन उसमे आठ साल बाद पुन: साधू की मर्यादा को उसने तार-तार कर दिया| उसने पुन: खूनी खेल में एक की जान ले ली|
बीते आठ वर्ष पूर्व वर्ष 2008 में साधू मनमोहन दास पुत्र अबधेश कुमार दास नवाबगंज थाना क्षेत्र के गाँव ककियुली में आश्रम पर रहता था| उस समय भी वह अपनी दबंग आदत को लेकर चर्चा में रहता था| इसी बीच उसका आश्रम की भूमि पर कब्जे को लेकर गाँव के ही एक व्यक्ति से विवाद हो गया| जिस पर उसने ग्रामीण को गोली से भून दिया| पुलिस ने आरोपी बाबा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था| काफी लम्बे अन्तराल के बाद वह जेल से जमानत पर बाहर आया और नवाबगंज का आश्रम छोड़कर रायपुर चौकी के श्रीरामजनकी आश्रम में रहने लगा था| लेकिन उसका दबंग पन स्थानीय लोगो के लिये चर्चा का विषय बना रहा|
वह अक्सर लोगो से विवाद करता रहता था | अपने ही आश्रम में किराये के दुकानदारो से भी उसका अक्सर विवाद होता रहता था| लेकिन सोमबार को तब भगदड़ मच गयी जब साधु एक बार फिर शैतान बन गया उसने पानी भरने के विवाद में एक को गोली से ही उड़ा दिया और दुसरे को जख्मी कर दिया| दिन दहाड़े पुलिस और जनता के सामने कई राउंड फायर किये | आखिर बजरिया चौकी इंचार्ज बनी सिंह ने फ़ोर्स की मदद से उसे दबोच लिया|
एसपी राजेश कृष्णा ने जेएनआई को बताया कि साधू मनमोहन दास पहले भी एक हत्या कर चुका है| उसके आश्रमों की जाँच भी की जायेगी |