फर्रुखाबाद: किसी भी सरकारी अफसर का फोन लगाओ उसमे गाना बजेगा जनता की समस्याओ को सुलझाने के प्रयास, तहसील दिवस से हो गया है अब इसका आगाज| जब तहसील दिवस में शिकायत करने के बाद भी पीड़ित को न्याय ना मिले तो फिर कौन सा दरवाजा बचता है?| तहसील में तमाम शिकायतों के बाद और कोटेदार का भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद भी अभी तक कोटे या कोटेदार पर कार्यवाही नही हुई| डीएम से एसडीएम, तहसीलदार से जिला पूर्ति अधिकारी, जिलापूर्ति अधिकारी से पूर्ति निरीक्षक तक शिकायत होने के बाद भी अभी तक राजेपुर के कडक्का कोटेदार के खिलाफ अभी तक निलंबन तक की कार्यवाही नही की गयी| बीती रात तहसीलदार और थानाध्यक्ष ने फ़ोर्स के साथ कोटेदार की गोदाम मे छापा मारकर 500 लीटर मिट्टी का तेल कम मिला| उसमे भी अब कार्यवाही की बात कह कर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है|
राजेपुर कड़क्का के कोटेदार सुरेश कुमार के खिलाफ सात माह से मिटटी का तेल ना वितरित करने की शिकायत तहसील दिवस में की थी| उसमें शिकायत कर्ता शिव लाल, रामवरन, प्रमोद,नागेन्द्र, अभिलाख, आदि ने शिकायत कर यह भी कहा था कि कोटेदार 18 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से मिट्टी का तेल वितरित किया गया| तहसील दिवस से जाँच क्षेत्रीय जाँच अधिकारी जितेन्द्र बाबू को दी गयी थी| उन्होंने जाँच कर आख्या 24 अगस्त को प्रस्तुत कर दी| जाँच आख्या में यह साफ दर्शाया गया कि की गयी शिकायत की पुष्टि हुई| जिसमे उन्होंने कहा है कि विगत सात माह से आवश्यक वस्तुओ का वितरण तथा मिट्टी के तेल का वितरण नही किया गया| जिसके कारण विक्रेता दोषी है| 30 अगस्त को आख्या एसडीएम अमृतपुर को सौप दी गयी| 30 सितम्बर से जाँच एसडीएम कार्यालय में होने के बाद भी कोटेदार पर अभी कोई दंडात्मक कार्यवाही नही हुई| बुधवार को कोटेदार से पीड़ित लोग पुन: जिलाधिकारी से मिलने पंहुचे उन्होंने पुन डीएसओ को जाँच की है| इस सम्बंध में एसडीएम अमृतपुर से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसिब नही किया |
बीती मंगलवार की देर रात तहसीलदार शेख आलम गीर फ़ोर्स के साथ कडक्का गाँव में कोटेदार का भंडार चेक करने पंहुचे| कोटेदार मौके से खेतो में भाग गया| तहसीलदार ने 500 लीटर मिट्टी का तेल कम मिला| तहसीलदार ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश से जाँच की गयी थी| जिस पर मिट्टी का तेल कम मिला| उन्होंने बताया की जाँच रिपोर्ट डीएम को दी जायेगी|