श्रीनगर:जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में 12वीं ब्रिगेड की छावनी पर आत्मघाती हमले में भारतीय सेना को जबरदस्त नुकसान हुआ है। इस हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए हैं। शहीद होने वाले जवाब 10 डोगरा रेजीमेंट के थे। हमले में 19 जवान जख्मी हुए है जिनमें कुछ की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। जख्मी जवानों को आर्मी के हेलीकॉप्टर से बादामी बाग हॉस्पिटल ले जाया गया है।
आतंकियों के खिलाफ स्पेशल फोर्स ने मोर्चा संभाला जिसके बाद 4 आतंकियों को मार गिराया गया। इसके बाद गोलीबारी रुक गई और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। शुरुआत में बताया जा रहा था कि 2 जवान शहीद हुए हैं। लेकिन मुठभेड़ खत्म होने के बाद नॉर्दन कमांड ने साफ कर दिया कि हमले में 17 जवान शहीद हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब चार बजे हुए आतंकी हमले के साथ ही विस्फोटों की आवाज सुनाई दी और मुठभेड़ शुरू हो गई। हमले की चपेट में आई जगह यहां से 102 किलोमीटर और सेना के ब्रिगेड मुख्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई। सेना की उत्तरी कमान ने बताया कि आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हुए हैं और 19 घायल हुए हैं। मुठभेड़ में चार आतंकवादी भी मारे गए हैं।
सेना ने एक बयान में कहा कि भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने उरी स्थित एक यूनिट के प्रशासनिक बेस के पिछले हिस्से को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई में चार आतंकवादी मारे जा चुके हैं और तलाशी अभियान प्रगति पर है। बयान में कहा गया कि प्रशासनिक बेस में विभिन्न यूनिटों के बड़ी संख्या में सैनिक मौजूद थे जो अपनी ड्यूटी बदल रहे थे। वे तंबुओं और अस्थाई शिविरों में रहते थे जिनमें आग लग गई और परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। हम 17 सैनिकों के बलिदान को नमन करते हैं जो अभियान में शहीद हो गए। यह ब्रिगेड मुख्यालय उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी में है। इस हमले से सुरक्षा व्यवस्था और इंटेलीजेंस पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
अलर्ट के बावजूद आतंकी हमले को अंजाम देने में कैसे कामयाब हो गए। अतिसुरक्षित माने जाने वाले सेना की छावनी में आतंकी कैसे घुसे इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं मिली है। अधिकारी ने बताया है कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इन आतंकवादियों ने पाकिस्तान सीमा की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की या फिर यह हमला यहीं पर संचालित किसी आतंकवादी संगठन का है। सेना ने इलाके के आसपास के क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया है। वहीं उरी में आत्मघाती हमले के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। ये बैठक करीब 12 बजे शुरू हो गई जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, सीआरपीएफ के डीजी दुर्गादास, आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा, रक्षा सचिव डी मोहन कुमार शामिल हैं।
इस घटना के मद्देनजर राजनाथ ने आज अपना रुस का दौरा भी रद्द कर दिया है। राजनाथ सिंह आज रुस के दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन हमले की खबर आने के बाद उन्होंने फिलहाल अपना दौरा टाल दिया है। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी है।