फर्रुखाबाद:(कंपिल) थाना क्षेत्र के ग्राम पहाड़पुर में बीते कुछ दिनों से विचित्र बुखार ने अपना प्रकोप मचा रखा है| जिसके चलते आठ दिन के अन्दर तीन मासूमो की मौत हो गयी है| दर्जनों इसके प्रभाव में है| लेकिन स्वास्थ्य विभाग का इस तरफ कोई ध्यान नही है| जिसके चलते दर्जनों गाँवो के मासूम इसकी चपेट में आ गये है|
गाँव में बीते 23 अगस्त को ढाई वर्षीय सुकीर्ति पुत्री वीजेनेश की मौत घर पर उपचार के आभाव में घर पर ही मौत हो गयी थी| जबकि ठीक दो दिन बाद 25 अगस्त को 10 वर्षीय मांडवी पुत्री सत्यवीर की सीएचसी में उपचार के दौरान मौत हुई थी| उसके ठीक दो दिन बाद ही डेढ़वर्षीय रोली पुत्री सुभाष सिंह की भी सीएचसी में मौत हो गयी| जिससे गाँव में मौत का आतंक पसर गया है | गाँव में अतिकुपोषित 14 बच्चे है| अपने बच्चो को लेकर ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है|
वर्तमान में डेढ़ वर्षीय अंशुल पुत्र सत्यवीर, 1 वर्षीय राधा पुत्री मानवेन्द्र, 8 वर्षीय आनंद पुत्र रामशंकर, 4 वर्षीय अर्जुन पुत्र राजू सहित दर्जनों इस विचित्र बुखार से पीड़ित है| गाँव में हुई तीन मौतों का जिम्मेदार कौन है| जिसकी बच्ची चली गयी उसको सांत्वना कौन देगा| इसका जिम्मेदार सरकारी मशीनरी में ही बैठे है| क्या उन पर कार्यवाही नही बनती| जो सरकार जनता एक पैसे से अपना वेतन लेकर उसी जनता की देखभाल करने में जमकर लापरवाही करते है| यह कोई नही कह सकता कि उन्हें इस सम्बंध में पता नही| गाँव में पानी का निकास ना होने और जलभराव से बीमारियों के फैलने के खतरे से खबर छापकर पहले ही अधिकारियो को आगाह किया था| लेकिन उसके बाद भी कार्यवाही नही हुई| जिसका परिणाम यह हुआ कि गाँव में तीन मासूमो की जान चली गयी| हालत नाजुक देख ग्राम प्रधान रामादेवी ने सीएचसी फोन किया तो डॉ० राजीव शाक्य ने बताया कि गाँव में टीम भेजी जायेगी|
मुख्यचिकित्साधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि इस सम्बन्ध सोमबार को टीम भेजकर बच्चों की जाँच करायी जायेग|