फर्रुखाबाद:बीते लगभग 35 वर्ष से थाना मऊदरवाजा क्षेत्र में चल रहा राजकीय गौ सदन एक हजार बीघा भूमि का मालिक होने के बाद भी गरीब है| गौ-सदन का भवन अपनी उपेक्षा की कहानी चीख-चीख कर कह रहा है| लेकिन उस तरफ शासन प्रशासन का कोई ध्यान नही है| जिसके चलते उसमे रखने वाली गाये सड़को पर किसी हादसे का शिकार हो रही है | वर्तमान में गौ-सदन के पास जितनी भूमि है उसका एक छोटा हिस्सा भी आवारा जानवरों के लिये छोड़ दिया जाये तो शहर से आवारा जानवर भी ख़त्म हो जायेगे और यह समस्या भी|
एक आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार राजकीय गौसदन कटरी धर्मपुर में 195.55 एकड़ भूमि है| जिसमे कोई आय नही होती| वर्ष 2012-13 में उस पर खड़ी पटल को 13600 रुपये में नीलाम किया गया था | भूमि पर अबैध कब्जेदारो के गेंहू कुर्क कर 7000.00 कुर्क किये गये थे| तत्कालीन संयुक्त निदेशक गोशाला प्रेम राज सिंह त्यागी ने आरटीआई जे जबाब में कहा था कि इस भूमि पर कोई कब्जा नही है| लेकिन अगर हम फाइलो से निकल का मैदान में खड़े हो तो दूर तक दिखाई पड़ता है कि गौ-शाला की भूमि पर किस तरह का कब्जा है | लेकिन कोई कुछ बोलना नही चाह रहा|
इसी गौशाला में हुई थी सीओ सिटी की हत्या
जिस समय सरकार ने कटरी धर्मपुर के गौशाला का निर्माण कराया उस समय गंगा और रामगंगा की कटरी में डाँकू कश्मीरा और उसके गिरोह का आतंक था| जिसके भय से पुलिस और अधिकारी भी उस तरफ जाने के डरते थे| कश्मीरा गौशाला के नवनिर्मित भवन में अपने गिरोह के साथ ठहरता था| उस समय के तत्कालीन सीओ सिटी सोनेलाल सिंह ने कश्मीरा को घेरा उन्होंने कश्मीरा और उनके साथियों के पीछे जीप दौड़ा दी थी| तभी एक बदमाश ने उनके कोख में गोली मारकर हत्या कर दी थी| लेकिन बाद में पुलिस ने कश्मीर और उसके सभी साथियों का खात्मा कर दिया था| कई वर्षो तक गौसदन पर बदमाश कश्मीरा का कब्जा रहा| उसको जब पुलिस ने मौत के घाट उतारा दिया| वर्ष 2011 में यह गौसदन सरकारी हुआ था| और 1000 बीघा जमीन इसके लिये छोड़ी गयी थी| जिसका एक बड़ा हिस्सा दबंग कब्जा कर खेती और खनन कराते है|
विभाग को नही पता कहा-कंहा है गौसदन की जमीन
पशु पालन विभाग के अंतर्गत आने वाले राजकीय गौसदन की 1000 बीघा जमीन होना तो विभाग कबूल कर रहा है| लेकिन जमीन कंहा-कंहा है यह विभाग को नही पता| जिला पशुचिकित्साधिकारी पुष्पकुमार का कहना है कि जमीन पर कोई कब्जा नही है| जो कब्जे होते है उन्हें समय-समय पर हटाया जाता है|
भवन की हालत जर्जर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गौसदन का भवन 16 लाख और उसकी चारो तरफ दीवार भी 16 लाख की लागत से बनायी गयी थी | लेकिन आज यह हालात है कि भवन गिरने की कंगार पर है| गायो के लिये 90 चन्नी भी बनायी गयी थी |
गौसदन में नही एक भी गाय
गौसदन में वर्तमान में एक भी गाय नही है| जिला पशु चिकित्सधिकारी पुष्प राज कहते है कि गौसदन के लिये कोई भी वजट सरकार से नही मिलता| हम अपनी जेब स नही खिला सकते| इस लिये गाय नही रखी जा रही है|
क्या कहते है गौ रक्षक
नंदी संकल्प सेना के प्रमुख विक्रांत अवस्थी ने बताया कि उन्होंने गौ-शाला शुरू कराने के काफी प्रयास किये| लेकिन शासन और प्रशासन इसमे सहयोग नही कर रहा है | हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा ने बताया कि इस गौशाला का संचालन किसी प्राइवेट संस्था को दे दिया जाये|| ताकि वह कुशलता से देखभाल कर सके|