अमेठी ग्राम पंचायत- दो दर्जन को डेंगू, मच्छरमार दवा तक गटक गए प्रधान

FARRUKHABAD NEWS PANCHAYAT ELECTION

Dengueफर्रुखाबाद: अगर प्रधानजी ने ग्राम पंचायत को दवा छिड़काव के लिए सालाना मिलने वाला 10000 रुपये गांव के लिए खर्च कर दिया होता तो शायद मंगलवार को बढ़पुर व्लाक के गांव अमेठी जजीद में जब जनता से बात चीत की गई तो पता चला कि इस गांव में पांच सालो में एक वार भी मच्छरों की रोकथाम के लिए एक वार भी दवाई का छिड़काव नही कराया गया| जिस कारण लोगो को बुखार आने लगा या गांव में लगभग 600 समाजबादी पेंशन योजना के फार्म भरे गए लेकिन 81 लोगो को इसका लाभ मिल पाया| जिससे अधिकांश वोटर नाराज दिखाई दे रहे है| ग्रामीणो का आरोप है कि समाजवादी पेंशन प्रधान ने गरीब पात्रो की जगह अपने चहेतो को ही दी|

रियाज खान ने बताया कि मेरा जॉब कार्ड मनरेगा मजदूर के लिए बनाया गया था परन्तु केवल साल में एक वार एक हजार रुपए मिले लेकिन मेरे खाते से पैतालीस सौ रुपए निकाले गए| यह कैसे हुआ मालूम नहीं, हम तो अनपढ़ है| लाभ प्रधान ने उठाया| गांव में ऐसे लोग है जो धनबान है फिर भी उनका जॉब कार्ड बना दिया गया है| ग्रामीणों का आरोप है कि पांच सालो में गांव की नालियो तक की सफाई नही कराई गई, कूड़े के ढेर लगे दिखाई दे रहे है| गाँव में मुइड, आदिब, जुबैर नैसे आदि दर्जनों डेंगू की चपेट में भी आये|

अमेठी जदीद में इस बार रीना बेगम पत्नी आसिफ ने तो चुनाव मैदान में उतरकर एक नया मोड़ ला दिया है| आसिफ ने धोबी बस्ती के रास्ते के लिए अपनी निजी जमीन दे दी| हिन्दुओ के लिए मंदिर बनवाने के लिए पैसा दिया है| जातिगत आंकड़ों को सहेजने में आसिफ सबसे आगे नजर आ रहे है| इस गांव का चुनावी माहौल ही बदल गया है| वर्तमान प्रधान के लिए इस बार की चुनावी डगर आसान नहीं है|

वैसे इस गाँव में कोई प्रत्याशी लोगो को पैसा बाट रहा तो कोई विकास की बातो से वोटरो को अपनी ओर करने के लिए हर प्रयास कर रहा है| अमेठी जजीद में लगभग पांच हजार वोटर है| इस वार सिर्फ विकास करने बाले को ही चुना जाएगा जो गांव में मूलभूत सुबिधाए होनी चाहिए वो पूरे गांव में नही दिखाई दे रहे है| गांव में जो शौचालय मिले थे उसमे भी गोलमाल किया गया गरीबो को जो इंदिरा आवास मिलने चाहिए थे वो नही मिले वर्तमान प्रधान ने वताया कि विरोधी हमारे ऊपर झूठे आरोप लगा रहे है मैने गांव में बहुत विकास कराया है|