फर्रुखाबाद: केन्द्रीय कारागार के जेलर अपने हिसाब से सब कुछ मैनेज करने में लग गये है| बीते दिन जेएनआई ने रिक्से पर लदी प्रतिबंधित सामिग्री की खबर को प्रकाशित किया था| जिसके बाद जेल अधिकारियो ने मामले को दबाने का भी लाख प्रयास किया| लेकिन कोई नतीजा नही निकला| जेलर की कार्यप्रणाली की खबर आला अधिकारियो को लग गयी| जिसके बाद जेल प्रशासन में हडकंप मचा है|
केंद्रीय कारागार यानी बंदी सुधार गृह लेकिन यंहा सुधार के नाम पर कोई कदम नही उठाये जा रहे है| बल्कि उनके चरित्र को नशीला बनाने का प्रयास किया जा रहा है| बीते दिन जेल में बंद खूंखार कैदियों के लिए नशीले पदार्थ की सप्लाई की खबर प्रकाशित होने के बाद भी जेल अधिकारी अपनी पूर्व की भांति ही कार्यकरने में लगे है| गुरुवार को जब मिडिया कर्मी पुन: जेल परिसर में पंहुचे तो अपनी करनी छुपाने के लिए जेलर ने मिडिया कर्मियों को जेल के पास ना आने के निर्देश जारी किये|
लेकिन मिडिया के कैमरों की नजर उस पर पड़ी जिस पर जेल अधिकारी मोटी रकम गटक कर सब कुछ करने की इजाजत सजायफ्ता कैदियों को दे रहे है| जो कैदी पेशी से लौटते है उनमे से अधिकतर के हाथ में तम्बाखू की बड़ी बड़ी पुड़िया व् अन्य नशीला पदार्थ होता है| गुरुवार को भी यही तस्वीर कैमरे में कैद हुई| बड़ी पेशी से लौटे और नशीला प्रतिबंधित सामान बड़े आराम से लेकर चले गये| किसी ने उन्हें रोकने की कोशिशनही की| मजे की बात यह है जब सुरक्षा कर्मियों से इस बाबत पूंछा गया तो उन्होंने जबाब दिया की जेलर साहब का आदेश है| जेलर के इस नशीले आदेश को लेकर पूरे जिले में चर्चा हो रही है| देखना यह है की इस पर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है|