फर्रुखाबाद: ये बात उतनी ही सच है जितना की सुबह का सूरज उगना और शाम का सूरज ढलना कि इस बार जिले में ही बूथ कैप्चरिंग गैंग तैयार है| बानगी लोकसभा में देख चुके है और उसका थोडा बड़ा ट्रेलर पंचायत चुनावो के दूसरे चरण में राजेपुर में खुल कर देखने को मिला तो शमसाबाद में ये काम शांतिपूर्वक हो गया| सूत्रों के अनुसार कोशिश तीसरे और चौथे चरण में भी होगी, गैंग की कामयाबी प्रशासन की नियत पर निर्भर करेगी| वो कहावत चरितार्थ होगी जिसमे साहूकार से जागने को कहा जायेगा और चोरो के लिए दरवाजे खुले रखे जायेंगे|
जिलाधिकारी ने कहा है कि जनपद में बाहरी लोग गेट आउट हो जाए| मगर इन्हे गेट आउट कैसे करेंगे? इनमे से अधिकांश तो फर्रुकाहाबाद के वोटर बन चुके है| इस बार के चरण में जिले के बाहरी नहीं अन्य ब्लाको और जिले में ही मौजूद वोट लुटेरो का दस्ता काम करेगा| लोकसभा में भी टोली में वोट लुटेरे दूसरे गाँवों में जाकर वोट लूटते रहे है| दरअसल में चुनाव का ये ट्रेंड फर्रुखाबाद जनपद वासियों के लिए नया है| इसमें ग्रामीणों को वोट डालने देने की जगह 10-20 लोग जाते है और बूथ पर वोट डालते है| पडोसी जनपद से आया ये फार्मूला फर्रुखाबाद में चलता तो नहीं है मगर बूथ कैप्चरिंग से जिला प्रशासन की छवि जरुर धूमिल करता है| वैसे पड़ोस के जनपद में ये फार्मूला जरूर कामयाब रहा है जहाँ नेता जनता के भरोसे से नहीं ऐसे ही बूथ कैप्चरिंग से चुनाव जीतते रहे है|
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वोट लुटेरो के ये गैंग नगर क्षेत्र और मोहम्दाबाद इलाके में तैयार किये गए है| जिनके वोट पहले से ही चिन्हित ग्राम पंचायतो में बनबाए गए है| ये वोट लुटेरे उन गाँवों में एक दिन पहले ही दाखिल हो जायेंगे और मौका मिलते ही अपना काम पूरा कर वहां से चम्पत हो लेंगे| चूँकि ये दूसरे इलाके से होंगे लिहाजा कोई बबाल होने पर स्थानीय ग्रामीण फसेंगे और ये वोट लुटेरे साफ़ बच जायेंगे| ये वोट लुटेरे खास प्रत्याशी के लिए काम करेंगे| जिला प्रशासन के निचले स्तर के वो अधिकारी जो इन लोगो को किसी के इशारे पर ये काम करने देंगे अपने नंबर सरकार में बढ़ाएंगे| डीएम के लिए जनपद से बाहर के लोगो से ज्यादा जिले के अन्दर के लोगो से ही बूथ बचाने की चिंता होनी चाहिए| वैसे जो गैंग ये काम कर रहा है फर्रुखाबादी लोकतंत्र में स्थापित हो पायेगा ये बहुत मुश्किल लगता है क्योंकि फर्रुखाबाद की जागरूक जनता फिर किसी बूथ के लुटने की सूचना जिला प्रशासन की जगह मीडिया को ही सबसे पहले देने वाली है|