लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था कसने की कोशिशों में अब वाट्सएप भी सहारा बनेगा। आगरा के शमसाबाद और कन्नौज के गुरसहायगंज में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के बाद उपजे बवाल से पुलिस महकमे ने सबक लिया है। अफवाहबाजों की जानकारी जुटाने और कार्रवाई के लिए वाट्सएप लिंक शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कड़े रुख के बाद यह कदम उठाया गया है। डीजीपी जगमोहन यादव ने इस कार्य में जनता की मदद लेकर अफवाहबाजों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था ए. सतीश गणेश ने पत्रकारों को बताया कि अक्सर कुछ आपराधिक तत्वों द्वारा भ्रामक, सांप्रदायिक व अभद्र लेख या तस्वीर वाट्सएप या फेसबुक पर डाल दी जाती हैं। इससे सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं बढ़ रही हैं। इससे कई जगह संघर्ष की भी नौबत आ जाती है। ऐसे कारनामों पर उत्तर प्रदेश पुलिस तकनीकी सेवाएं मुख्यालय के नेटवर्क आपरेटिंग सेंटर द्वारा नजर रखी जाएगी। नियंत्रण के लिए स्टेट डाटा सेंटर से लिंक की एक व्यवस्था की गयी है। आइजी ने अपेक्षा की है कि अगर इस प्रकार की कोई सूचना या लेख किसी भी व्यक्ति को मिले या जानकारी हो तो पुलिस के 9454401002 नंबर के वाट्सएप पर सूचित करें। इससे समाज में घृणा फैलाने व किसी वर्ग विशेष या महिलाओं के प्रति अपमानजनक दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ रोक लगाकर कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी। आइजी ने कहा कि सूचना देने वाले का नाम हर हाल में गुप्त रखा जाएगा।