कांग्रसियों पर लाठी चार्ज, रीता बहुगुणा व राजबब्बर सहित सैकड़ों गिरफ्तार

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लखनऊ: प्रदेश सरकार की नाकामी पर आज कांग्रेस से लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन किया। गोमती नदी के तट पर लक्ष्मण मेला मैदान के बाद विधान भवन की ओर कूच कर रहे कांग्रेसियों को रोकने में नाकाम पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इसी बीच राज्यसभा सांसद राजबब्बर तथा लखनऊ से विधायक रीता बहुगुणा जोशी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पुलिस के दमन के खिलाफ गिरफ्तारी भी दी।

कांग्रेसियों ने पुलिस के लाठी चार्ज के खिलाफ निशातगंज पुल पर धरना दिया। इसके साथ ही सरकार के खिलाफ 15 सूत्रीय मांग पर भी इन लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इनको हटाने के लिए पहले पुलिस ने पानी की बौछार की और फिर उसके बाद लाठी चार्ज किया। इसके जवाब में कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव भी किया।

पुलिस के लाठी चार्ज में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री के साथ ही दो दर्जन से अधिक लोग चोटिल हो गये हैं। इनको प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया है। गिरफ्तारी पर उतारू कार्यकर्ताओं के लिए लखनऊ पुलिस ने बस से सवारियों को उतार कर कांग्रेस के गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन भेजा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री तथा प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री की मौजूदगी से उत्साहित कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस के प्रदेश सरकार के खिलाफ खराब कानून-व्यवस्था तथा अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन को रोकने में पुलिस की नाकाम रही। इस दौरान वर्षा की परवाह किए बिना कांग्रेसी सरकार विरोधी नारे लगाते रहे। इस दौरान यह लोग विधान भवन के सामने मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने जा रहे थे। पुलिस ने इनके हाथ से पुतला छीन लिया। इसके बाद इनका गुस्सा चरम पर आ गया। पुलिस ने इसके बाद मोर्चा संभाल लिया।

कांग्रेस ने विभिन्न मांगों को लेकर विधान भवन का घेराव करने की घोषणा की थी। लखनऊ की पूरी पुलिस इनको लक्ष्मण मेला मैदान पर रोकने के लिए लगी थी। इसके बाद भी कांग्रेसी अशोक मार्ग तक पहुंच गये। लक्ष्मण मेला मैदान तिराहे पर पुलिस ने इनके ऊपर जमकर लाठियां भांजी। जिससे दो दर्जन लोग चोटिल हो गये। कई के तो कपड़े तक फट गये हैं।

कांग्रेसी ध्वस्त कानून-व्यवस्था और नोएडा के इंजीनियर इन चीफ यादव सिंह के मामले में भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के प्रयास, सहित प्रदेश में दलित व महिलाओं के साथ बढ़ रहे अत्याचार एवं आपराधिक घटनाओं पर अधिक मुखर थे। इनके साथ ही यादव सिंह के मामले में सरकार के सुप्रीम कोर्ट जाने के मामले को भी इन लोगों ने जोर-शोर से उठाया। प्रदेश में बिजली के दामों में भारी बढ़ोत्तरी, बिजली की भीषण कटौती, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साम्प्रदायिक तनाव पर सरकार की लापरवाही, सरकारी नौकरियों में हो रही भर्तियों में घोटाले, सरकारी भर्ती में अल्पसंख्यकों को मात्र तीन प्रतिशत प्रतिनिधित्व, बुनकर व मदरसों की खस्ता हालत, दलित छात्रों की छात्रवृत्ति बंद करने, किसानों के गन्ना मूल्य के बकाये का भुगतान न होने तथा चीनी मिल मजदूरों को वेतन न देने सहित जनता से जुड़े मसलों के बैनर व पोस्टर के साथ कांग्रेसी शहर की मुख्य सड़क पर उमड़ पड़े।

लोगों ने झेली परेशानी

कांग्रेस के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों के लक्ष्मण मेला मैदान से विधान भवन की ओर कूच किया। इनके प्रदर्शन से शहर की सारी यातायात व्यवस्था धराशाई हो गई। शहर के मुख्य मार्ग अशोक रोड पर यातायात ठप होने के कारण लोगों का आवामगन हर तरफ से बाधित हो गया। लोग जहां पर थे, वहीं पर रह गये। कांग्रेस के इस प्रदर्शन के कारण लखनऊ शहर के मुख्य मार्ग सहित अन्य जगह की यातायात व्ययस्था चरमरा गई। स्कूली बच्चे गाडिय़ों में ही तड़प कर रहे गये।