जम्मू: आजादी के दिन एक बार फिर पाकिस्तान का दोहरा रवैया सामने आया। सीमापार से फायरिंग आज भी जारी है। 15 अगस्त को पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं तो वहीं सरहद पर पाकिस्तानी सेना ने भारतीय चौकियों और रिहायशी इलाकों पर अंधाधुंध गोले और मोर्टार दागे।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी की कड़ी निंदा की है। मुफ्ती ने कहा कि इस्लामाबाद से कहा जाना चाहिए कि वो जम्मू-कश्मीर के लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए सैन्य चालबाजी बंद करे। सईद ने कहा कि हम सीमा पर रह रहे अपने बेबस लोगों को सीमा पार से की जाने वाली चालबाजी का शिकार नहीं बनने देंगे। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व से अपील की है कि वे 2003 के संघर्षविराम समझौते का सम्मान करें।
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पाकिस्तान की फायरिंग पर कहा कि अगर बेगुनाह लोग मारे जाएंगे तो भारत चुपचाप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को ये समझना चाहिए की कि उनकी आंतरिक जटिलताओ कुछ भी अगर ऐसे बेगुनाह लोग मारे जाएंगे तो भारत मूक दर्शक नहीं बना रहेगा।
लगातार आठवें दिन सीजफायर तोड़कर पाकिस्तान ने पुंछ जिले के बालाकोट, मेंढर, साब्जियां और मंडी सेक्टरों में फायरिंग की जिसमें नौ साल के बच्चे समेत 6 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।
आजादी के दिन भारत-पाक सीमा पर जहां एक दूसरे को मिठाईयां बांटी जाती थीं, वहां पाकिस्तान की ओर से नापाक गोले बरसाए जा रहे थे। बालाकोट में लोगों को खेतों में जाकर अपनी जान बचानी पड़ी। फायरिंग की वजह से यहां ज्यादातर मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और दर्जनों पशु भी मारे गए हैं। गो
लीबारी में घायल लोगों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जबकि गंभीर रूप से जख्मी लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए जम्मू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें एक बच्चा भी शामिल है।