फर्रुखाबाद:बीते 7 अगस्त 2015 को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतारे गये हुकुम सिंह के क़त्ल के रहस्य से पुलिस ने आखिर तीन बाद ही पर्दा उठा दिया| घटना में पुलिस ने मृत्तक हुकुम सिंह की पत्नी व उसके मौसी के लड़के को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया|
विवरण के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम तरैइया निवासी 28 वर्षीय हुकुम सिंह पुत्र ईश्वर दयाल बीती रात अपने गाँव के कुछ दूरी पर स्थित नलकूप पर लेटने गया था| दरअसल हुकुम सिंह मूल रूप से नवाबगंज थाना क्षेत्र के ग्राम मिलिकिया पहाड़पुर निवासी है| वह शमसाबाद में अपने ननिहाल में खेती मिलने के कारण रह रहा था|
पुलिस के अनुसार हुकुम सिंह कि पत्नी नीरज का का उसके ही गाँव में रह रहे रिश्ते के भाई महेश पुत्र झब्बू लाल राजपूत से तीन महीने पूर्व से प्रेम प्रसंग चल रहा था| बीते तकरीबन दो महीने पहले हुकुम सिंह ने महेश व अपनी पत्नी नीरज को आपत्ति जंक हालत में देख लिया था| जिसके बाद दोनों में आपस में जमकर विवाद हुआ| परिवारी कुछ लोगो ने बीचबचाव करके मामले को रफा दफा कर यह फैसला लिया की अब महेश कभी नीरज से नही मिलेगा|
लेकिन गाँव के लोगो के द्वारा किये गये इस फैसले को ना मृतक की पत्नि नीरज ने मना और ना ही उसके प्रेमी महेश ने| घटना वाले दिन भी नीरज व महेश एक साथ हुकुम सिंह के घर में देखे गये थे| हुकुम सिंह को यह बर्दास्त नही हुआ और उसने जमकर विवाद किया| तभी हुकुम सिंह की पत्नी नीरज व उसके प्रेमी महेश ने हुकुम सिंह को प्रेम के रास्ते में हटाने की खुनी योजना बनाई| तभी विवाद के बाद हुकुम सिंह व महेश दोनों गाँव में ही सुरेन्द्र सिंह के घर दावत खाने गये थे| हुकुम सिंह के पास लाठी थी जबकि पुलिस के अनुसार महेश पुत्र झब्बू लाल राजपूत के पास कोल्हाड़ी होना बताया है| उसी दौरान दोनों में पुन: विवाद हुआ| जिस पर महेश ने कुल्हाड़ी से हुकुम सिंह को काट कर हत्या कर दी|
घटना के बाद मृतक के भाई चरन सिंह ने अज्ञात लोगो के खिलाफ शमसाबाद थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया था| पुलिस जाँच में जुटी थी| पुलिस को पूंछताछ में दोनों के प्रेम सम्बन्ध में विषय में पता चला| जिसके बाद कातिल पत्नी नीरज व उसके प्रेमी महेश को पुलिस ने कुल्हाड़ी समेत गिरफ्तार कर लिया|
अपर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस लाइन सभागार में बताया की आरोपी द्वारा प्रयोग कि गयी कुल्हाड़ी पुलिस ने गाँव के तालाब से बरामद कर ली| थानाध्यक्ष प्रदीप यादव भी मौजूद रहे|