फर्रुखाबाद: बीते वर्ष 2011 में केंद्रीय कारागार में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया पर रोक के बाद 2015 में पुन:वही भर्ती प्रक्रिया आगे से शुरू की गयी| लेकिन भर्ती प्रक्रिया में धांधली के आरोप फिर लग गये| बंदी रक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने सरकार के ऊपर भी मिली भगत का आरोप जड़ा| न्याय ना मिलने पर उन्होंने कोर्ट में जाने की भी चेतावनी दी|
सोमबार को केन्द्रीय कारागार के गेट पर पंहुचे विभिन्य जनपदों के आधा दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा| जनपद फतेहपुर से आये अभ्यर्थी दीपेन्द्र सिंह गौड़ ने बताया की बंदी रक्षक की भर्ती के लिये बिना किसी नियम के पहले से ही मेरिट तैयार कर दी गयी है| जो पूर्व में हुयी भर्ती प्रक्रिया में शारीरिक दक्षता में पास हो गये थे उनके साक्षात्कार के लिये कोई पत्र नही मिला है| उसने आरोप लगाया की मेरिट इंटरव्यू के बाद बनती है| जबकि विभाग ने पहले ही मेरिट बना दी है| फिजिकल में 2011 में पास हो चुके लोगो को नही बुलाया गया|
मजे की बात यह है की जेल की भर्ती प्रक्रिया में छेद ही छेद नजर आ रहे है| ग्राम पतौसा मुसखिरिया फर्रुखाबाद बाद निवासी अभ्यर्थी मो० जुवेर उस्मानी पुत्र नसीम अहमद ने बताया की बीते 12 मार्च 2012 को उसे साक्षात्कार के लिये बुलाया गया था| जिसका लिखित पत्र भी उसे प्राप्त हुआ था| लेकिन बाद में भर्ती में रोक लग जाने से उसका साक्षात्कार नही हो सका| वर्तमान में उसे साक्षात्कार हेतु कोई सूचना नही दी गयी| उसका रोल रोल नम्बर 3933 है|
हंगामा कर रहे अभ्यर्थी अरुण कुमार, सचिन कुमार, असलम, अतबल, सत्यप्रकाश, सुधीर कुमार, बिजेंद्र सिंह आदि ने आरोप लगाया की जेल में भर्ती प्रक्रिया के लिये इंटरमिडियट योग्यता मांगी गयी थी| लेकिनवही भर्ती प्रक्रिया पुन: शुरू हुई तो इंटर फस्ट क्लास वाले छात्रों के नाम ही गायब है जबकि उनसे कम नम्बर वाले लोगो को साक्षात्कार के लिये बुलाया गया है| सभी अभ्यर्थियों ने जेल में धांधली होने का आरोप लगाकर जेल गेट पर मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाये गये| बाद में पंहुचे वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीपी त्रिपाठी ने आक्रोशित लोगो से कहा साक्षात्कार की सूची शासन से प्राप्त हुई है| उन्हें इस सम्बन्ध में कोई जानकारी नही है| अभ्यर्थी लखनऊ मुख्यालय से जानकारी हासिल कर सकते है|