गोरखपुर: गोरखपुर की एक शादी में 50 साल का दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर अपनी 15 साल की दुल्हन लेने के लिए आया लेकिन पुलिस ने नाबालिग लड़की की जिंदगी बर्बाद होने से बचा ली।
आपने बेमेल विवाह के कई किस्से सुने होंगे और उनका दुखद अंत भी सुना होगा। शायद कुशीनगर में भी इस तरह की दुख भरी कहानी दोहराई जाती, लेकिन एक गुमनाम व्यक्ति के फोन पर महिला थाने ने विवाह को रूकवा दिया.पुलिस टीम ने जब गायत्री मंदिर में छापा मारा तो वहां उत्सव जैसा माहौल था। दुल्हन के लिबास में एक नाबालिग लड़की सजधज कर बैठी थी तो दूसरी तरफ कोट-पेंट और टाई पहने एक 50 साल का एक शख्स बैठा था। पुलिस टीम को देखने में लगा कि वह व्यक्ति नाबालिग लड़की का पिता है, लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि वह तो खुद दूल्हा है।
जब पुलिस ने नाबालिग लड़की से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके मां-पिता उसकी शादी जबरदस्ती 50 साल के इस आदमी से करवा रहे हैं। इस शादी में गांववाले भी शामिल हुए थे। पुलिस ने अधेड़ दूल्हे को हिरासत में ले लिया है।पुलिस आरोपी और उसके साथ आए तीन अन्य लोगों और नाबालिग लड़की की मां के साथ ही शादी समारोह में आई गांव की अन्य महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एक तरफ जहां नाबालिग दबाव बनाकर शादी कराने की बात कह रही है तो वही उसकी मां उस आदमी से नाबालिग की शादी करने को अपनी मजबूरी बता रही है।
दूल्हे ने बताया कि किराने की दुकान पर काम करने वाले रमेश नाम के बिचौलिए ने एक लड़की से शादी कराने का आश्वासन दिया था, जिसके बाद उसे शादी करने के लिए कुशीनगर बुलाया गया। रमेश का कहना है कि उसे लड़की को नहीं दिखाया गया था, लेकिन 50 साल के रमेश ने नाबालिग लड़की को देखने के बाद भी शादी के लिए मना नहीं किया, बल्कि शादी की रस्म पूरी करने में लग गया।