हिस्ट्रीशीटर कुंदन का कोतवाली क्षेत्र में था आतंक का साम्राज्य

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kundan-eeshuफर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के नालामछरठा से लेकर अंगूरीबाग़ क्षेत्र पर उसने अपनी दबंगई के बल पर दहशत फैला रखी थी| जिसको लेकर वह आये दिन फायरिंग मारपीट जैसे घटनाओ को करने में कोई गुरेज नही करता था| कुंदन सपा सरकार बनने के बाद ही अपराध की दुनिया में खुलकर सक्रिय हुआ था| तब से वह पुलिस की नाक में दम किये हुये था|

कुंदन पर वर्ष 2012 में रात में घर में घुसकर चोरी, मारपीट व माल बरामदगी का मुकदमा कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया था| इसके बाद इसी वर्ष उस पर हत्या के प्रयास, गालीगलौज व जान से मारने की धमकी का मुकदमा पंजीकृत किया गया| इसी वर्ष इस पर 147,334के साथ साथ गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही हुई| वर्ष 2013 में उसके ऊपर नशीला पदार्थ रखने में के तहत मुकदमा दर्ज किया गया| वर्ष 2014 आते आते कुंदन बड़ा अपराधी बन गया उसके ऊपर बलात्कार के साथ साथ बलवा का मुकदमा दर्ज हुआ| पुलिस ने हत्या के प्रयास का एक मुकदमा और दर्ज किया| अपराध संख्या 320 के अनुसार कुंदन पर एक बाद फिर बलवा के साथ हत्या के प्रयास का मुकदमा हुआ| 2014 में ही कोतवाली पुलिस ने अबैध कब्जा, गिरोह बंदी, अबैध हथियार रखने, 7 क्रमिनल ला एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किये|
कुंदन पर चार दिसम्बर 2012 को किराना बाजार निवासी इसरत ने मकान किराये पर ना देने के कारण उस पर अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ मारपीट करने व फायरिंग करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था|15 मई को 2014 को घोडानखास निवासी दिलशाद खलीफा पर कुंदन व उसके साथियों ने जमीन पर गिराकर मारपीट कर फायर झोका था| दिलशाद ने कुंदन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया था|कुल मिलाकर कुंदन के सर पर कोतवाली पुलिस ने एक दर्जन अपराधिक मुकदमे दर्ज कर रखे थे| कुंदन पूर्व में मारे गये कालू पाल का भी साथी था|
पुलिस में थी कुंदन की मजबूत पकड़
कुंदन अपराध की दुनिया में कदम रखने के बाद पुलिस में भी पानी अच्छी पकड़ रखता था| जिस कारण पुलिस के ही कुछ लोग चंद पैसो की खातिर दबिश के दौरान उसकी सूचना पुलिस को देते थे| जिससे वह पुलिस के हाथ नही आता था| पूर्व में नौ जुलाई 014 को जब पुलिस ने कुंदन को गिरफ्तार किया तो उसने जेएनआई को बताया था की पुलिस उसके सम्पर्क में रहती है| इसी लिये वह जल्दी पकड़ा नही जाता| इस दबिश के दौरान पुलिस कर्मी ही उसकी मुखबरी करते है| इसके चलते खबर प्रकाशित होने के बाद कुंदन यादव से मिली भगत रखने के आरोप में घोडा नखास चौकी के सिपाही कमलेश को निलंबित कर दिया गया था|