फर्रुखाबाद: पंचायत चुनाव में निर्वाचन क्षेत्रों के आरक्षण के लिये हो रहे पिछड़ा वर्ग के त्वरित सर्वेक्षण खटाई में पड़ता नजर आ रहा है| जिलाधिकारी एनकेएस चौहान ने सोमवार को विकास खंड बढ़पुर में अचानक पहुंच समीक्षा की। 136 में 99 प्रगणकों के अनुपस्थित मिलने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। बीडीओ देवेंद्र ¨सह चौहान से ब्लाक बढ़पुर का चार्ज छीन कर डीपीआरओ को दिये जाने के निर्देश दिये। एबीएसए महेश शर्मा व एबीआरसी प्रदीप यादव की जमकर लताड़ लगाई। अनुपस्थित प्रगणकों का वेतन रोकने के आदेश दिये। डीएम के आदेश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अमेठी जदीद में तैनात शिक्षक मनोज कुमार को निलंबित कर दिया।
जिला पंचायत अधिकारी गिरीश चंद्र ने बताया कि शासन की ओर से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 15 से 25 जून के बीच प्रगणकों को घर-घर जाकर पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या का रैपिड सर्वे करना है। इसके लिये जनपद में 1221 प्रगणकों की ड्यूटी लगायी गयी है। प्रत्येक प्रगणक को 200 परिवारों का सर्वे करना है। उनहोंने बताया कि दस प्रगणकों पर एक सुपरवाइजर की ड्यूटी लगायी गयी है। अधिकांश प्रगणकों ने सर्वे प्रपत्र प्राप्त लिये हैं। समय से कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा।
बीएसए योगराज ¨सह ने बताया कि जिलाधिकारी ने सर्वे के लिए आयोजित बैठक में अमेठी जदीद के शिक्षक मनोज कुमार के अनुपस्थित रहने के आधार पर कार्रवाई के निर्देश दिये थे। उन्होंने बताया कि शिक्षक के निलंबन आदेश जारी कर जांच शुरू कर दी गई है। 20 जून तक सर्वे पूरा कराया जायेगा। जो शिक्षक ग्रीष्मावकाश में बाहर हैं उनके स्थान पर दूसरे अध्यापक की ड्यूटी लगायी जा रही है। वहीं प्राथमिक शिक्षकों ने शिक्षामंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने परिषदीय शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य कराये जाने पर रोक लगायी है। फिर भी ड्यूटी लगायी जा रही है।