लखनऊ:जयाप्रदा को विधान परिषद सदस्य मनोनीत करने की प्रक्रिया ने भी गति पकड़ ली है। राज्यपाल राम नाईक ने राज्य सरकार की ओर से नौ विभूतियों को विधान परिषद सदस्य मनोनीत करने की फाइल कुछ आपत्तियों के साथ लौटाने के बाद से ही जयाप्रदा की दावेदारी अब और पुख्ता हो रही है। कल रात में जयाप्रदा ने लखनऊ में अपना वाहन लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के साथ ही ड्राइविंग सीट मजबूत कर ली।
रामपुर की पूर्व सांसद और सपा से बर्खास्त नेता अमर सिंह की करीबी फिल्म अभिनेत्री कल रात कानपुर रोड़ पर लखनऊ के आरटीओ ऑफिस में अपना लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने पहुंच गईं। दफ्तर में संभागीय निरीक्षक एके पांडेय उपस्थित थे। रात करीब 9:20 बजे जयाप्रदा आरटीओ दफ्तर पहुंचीं। आनन-फानन में डीएल बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। महज 10 मिनट में डीएल के बायोमीट्रिक टेस्ट की औपचारिकताएं हुईं और जयाप्रदा वहां से निकल गईं। लखनऊ के आरटीओ सगीर अहमद अंसारी ने जयाप्रदा का लर्निंग डीएल बनाए जाने की पुष्टि की। लाइसेंस निर्धारित प्रक्रिया के मुताबिक डाक से भेज दिया जाएगा।
जयाप्रदा के अचानक लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को उनके विधान परिषद के लिए मनोनयन से जोड़कर देखा जा रहा है। सूबे में 25 मई को नौ विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो गया है। सरकार की तरफ से जो सूची राज्यपाल के पास भेजी गई उसमें से कई नाम से अनभिज्ञ होने पर राज्यपाल ने उनके बारे में सूचनाएं मांगी हैं। विधान परिषद एवं विधानसभा का सदस्य बनने वाले प्रत्याशी के लिए उस राज्य का निवासी होना अनिवार्य है। माना जा रहा कि विधान परिषद में जयाप्रदा का मनोनयन करने को यूपी में निवास का साक्ष्य पेश करने के लिए आनन-फानन में लर्निंग डीएल का बनवाया गया है।