अंडरवर्ल्ड डॉन बंटी पांडे के लिए जो लोग काम करते थे, उनमें यूपी के एक विधायक का भी नाम सामने आया है।
क्राइम ब्रांच सूत्रों का दावा है कि इस विधायक का नाम पिछले साल छोटा शकील के साथी आरिफ मिर्जा बेग से हुई पूछताछ में भी उजागर हुआ था। बंटी पांडे को भारत से जब अपने लोगों को विदेश बुलवाना होता था, तो वह इस विधायक से वियतनाम से फोन करके संपर्क करता था। यह विधायक फिर बंटी पांडे को अपने किसी कर्मचारी का नंबर देता था। बंटी यह नंबर फिर विदेश में उससे मिलने के इच्छुक अपने आदमी को देता था। यह आदमी फिर यूपी के विधायक के कर्मचारी को फोन करता था और फिर उसकी मदद से नेपाल बॉर्डर क्रास हो जाता था। कोई दिक्कत न हो, इसके लिए यूपी का विधायक अपनी राजनीतिक पहुंच का भी इस्तेमाल करता था।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने एनबीटी को बताया कि नेपाल में यूपी के रास्ते गए बंटी पांडे के लोगों को बंटी के एक खास आदमी जॉन के पास भेजा जाता था। यदि बंटी नेपाल में हुआ, तो जॉन यूपी सहित भारत के अन्य शहरों से आए लोगों को बंटी से नेपाल में मिलवाता था। यदि बंटी वियतनाम में हुआ, तो जॉन इन लोगों को नेपाल से वियतनाम भिजवाने की व्यवस्था करता था।
बंटी भारत से मजदूरों को वियतनाम बुलवाने का काम अर्से से करता रहा है, जिस पर उसे बतौर कमीशन पांच सौ डॉलर मिलते थे। पिछले महीने मुंबई के रास्ते जो मजदूर वियतनाम भेजे गए थे, वे सब डिपोर्ट होकर वापस मुंबई आ गए, पर जो मजदूर नेपाल के रास्ते वियतनाम व अन्य देशों में गए, वे क्या अभी भी विदेश में हैं, इसके बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है।
क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि यूपी के जिस विधायक की मदद से बंटी ने कई आदमी विदेश में बुलवाए, उस विधायक का मुंबई में एक घर भी है। चूंकि बंटी पांडे के खिलाफ यूपी व उत्तराखंड में भी कई मामले दर्ज हैं, इसलिए जब यूपी पुलिस बंटी को मुंबई पुलिस से अपनी कस्टडी में लेगी, तो संभव है इस विधायक से वहां पूछताछ हो।
जॉन के बारे में पता चला है कि वह बंटी पांडे के साथ तब से है, जब बंटी राजन गैंग में था। बंटी को जो हफ्ते की रकम भारत में मिलती थी, वह नेपाल में पहले जॉन तक पहुंचाई जाती थी और फिर जॉन इस रकम को हवाला के रास्ते वियतनाम पहुंचाता था।