फर्रुखाबाद: थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम टीमरुआ निवासी 75 वर्षीय साधू रामेश्वर दयाल उर्फ़ बाबा ओमानंद को बीती रात गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया| घटना के चश्मदीद गबाह मृतक के पुत्र ने फतेहगढ़ कचेहरी के अधिवक्ता व उसके दो साथियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है| शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है| आरोपी अभी फरार है|
मृतक साधू के पुत्र शिवकुमार ने दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में कहा है की रोज की तरह वह अपने पिता बाबा ओमानंद को रात तकरीबन नौ बजे पिपर गाँव रायपुर मार्ग पर बने आश्रम पर खाना देंने गया था| जैसे ही मेरे पिता ने खाना खाकर पानी से हाथ धोने का प्रयास किया तभी रोड की तरफ से कुछ लोगो के आने की आहत सुनाई| जब मैंने पूंछा की कौन है तो अधिवक्ता सुनील उसका भाई अनिल व विमल पुत्र सुरेश चन्द्र दिवाकर निवासी टिमरूआ बोले मार दो बहुत पैरवी करते है| तभी सुनील ने मेरे पिता को सामने देखकर सिने में गोली मार दी| जिससे वह घायल होकर जमीन पर गिर गये| हम जान बचाकर गाँव की तरफ भागा अरोपियो ने मेरा पीछा किया| तभी गाँव के काफी लोग आ गये उन्हें देखकर आरोपी भाग गये| घटना के बाद घायल साधू को रात में ही लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया था| लेकिन कुछ समय बाद ही साधू ने दम तोड़ दिया| घटना के समय पीड़ित के पुत्र ने अधिवक्ता सुनील व उसके भाई अनिल व विमल के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा पंजीकृत कराया था|
विदित है की जिस जमीन जमीन पर बाबा ने अपना आश्रम बना रखा था वह ग्राम सभा की जमीन थी| जिस पर साधू का बीते35 वर्षो से कब्जा बताया जा रहा है| उसी जमीन को पूर्व प्रधान रहे आरोपी सुनील के पिता सुरेश चन्द्र ने अपने ही पुत्रो के नाम कर दिया था| जिस पर साधू ओमानंद ने एसडीएम कोर्ट में वाद दायर कर दिया था| जिसको लेकर बीते कुछ दिनों पूर्व ही एसडीएम कोर्ट में ही वकील ने पीड़ित पक्ष के साथ मारपीट कर दी थी|
घटना के सम्बन्ध में थानाध्यक्ष मऊदरवाजा सुनील यादव ने बताया की मुकदमा हत्या(302 ) में बदल दिया जायेगा| घटना के सम्बन्ध में जाँच कर कार्यवाही की जायेगी|