टैक्सी व बस संचालकों की हड़ताल से ठहरी जिंदगी

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teksiलखनऊ:रोड सेफ्टी बिल के खिलाफ देश भर में आटो, टैक्सी तथा बस संचालकों की 24 घंटे की हड़ताल की घोषणा से जिंदगी ठहर सी गई। स्कूल जाने के लिए सुबह बच्चों की बस, वैन व टैक्सी न आने के कारण अभिभावकों की दौड़ बढ़ गई। आफिस जाने के लिए लोग बस तथा आटो के इंतजार में खड़े ही रह गये। रोडवेज से अनुबंधित बसों के चालक भी इस हड़ताल में शामिल है।

इस हड़ताल के कारण सड़कों पर दिन में दस बजे तक सन्नाटा पसरा था। रोडवेज कर्मचरियों की हड़ताल से बसों का परिचालन ठप हो गया। यह सब कर्मचारी यूनियन के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। बसें स्टेशन परिसर में खड़ी हैं। बस परिचालन ठप होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घर के बाहर जाने के लिए निकले लोग इधर-उधर भटक रहे हैं।

रोड सेफ्टी बिल के खिलाफ कल मध्य रात से कई परिवहन संगठनों ने चक्का जाम व हड़ताल की घोषणा की है। दूसरी तरफ हड़ताल का विरोध कर रहे संगठनों ने परिवहन व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने का दावा किया है। इसमें कुछ स्कूल बस चालकों ने हड़ताल में शामिल होने का दावा किया है, जबकि परिवहन विभाग के अधिकारी अधिकृत जानकारी से इन्कार करते रहे। रोडवेज कर्मचारी संघ ने के प्रवक्ता आरपी वर्मा ने कहा रोड सेफ्टी बिल के खिलाफ बुधवार मध्यरात्रि से संचालन बंद करा दिया जाएगा। इस हड़ताल का टेंपो टैक्सी महासंघ सहित कई अन्य संगठन समर्थन कर रहे हैं।

वहीं लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ ने हड़ताल का पुरजोर विरोध किया है। कल कई परिवहन संगठनों की बैठक के बाद हड़ताल न करने का फैसला लिया गया। संघ पदाधिकारियों ने कहा कि परिवहन व्यवस्था सामान्य रहेगी और सभी वाहन सामान्य रूप से चलेंगे। लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी ने भी सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होने का दावा किया है। इसी तरह से विभिन्न स्कूलों के वैन व बस ऑपरेटरों ने भी हड़ताल से इन्कार किया है। इसके बाद भी सुबह सब हड़ताल में शामिल हो गये।