नई दिल्ली: नेपाल में आये भूकंप से आसपास के सभी देश थर्रा गये हैं। पूरे उत्तर भारत और आसपास के राज्यों में आज आधे घंटे के अंतराल में दो बार भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप का झटका पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और भूटान में भी महसूस किया गया। मौसम विभाग ने कहा है कि लोग सावधान रहें क्योंकि भूकंप के झटके फिर आ सकते हैं।
भूकंप के कारण पड़ोसी देश नेपाल में भारी नुकसान हुआ है और कईयों के मरने की खबर है। भूकंप जैसी आपदा के दौरान थोड़ी सतर्कता और हिम्मत से जान-माल के नुकसान कम किया जा सकता है। पढि़ए भूकंप आने के दौरान आपको क्या करना चाहिए, ताकि आप और अपने परिजनों व दोस्तों को सुरक्षित बचा सकें।
– भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित खुले मैदान में जाएं। बड़ी इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहें।
– बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
– भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने से चोट न लगे।
– कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं। इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा।
– टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाएं।
– किसी मजबूत दीवार, खंभे से सटकर सिर, हाथ आदि को किसी मजबूत चीज़ से ढककर बैठ जाएं।
– वाहन चला रहे हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंभों, फ्लाईओवर, पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें।
जानिए रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता जब इतनी हो, तो उसका क्या होता है असर :
– 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
– 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
– 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
– 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
– 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
– 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
– 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
– 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
– 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।