एक हुआ जनता परिवार, मुलायम होंगे अध्‍यक्ष

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janta-pariwar-mergerनई दिल्ली: बिहार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए एक होने की राह पर चल रहा समाजवादी कुनबा बुधवार को एक हो गया। एका का ऐलान करते हुए शरद यादव ने कहा कि एक होने का फैसला सभी दलों की आम सहमति से हुआ है। नए दल के अध्यक्ष तथा संसदीय समिति के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे। इस अवसर पर शरद यादव ने कहा कि पार्टी का नाम और झंडा के बारे में अभी फैसला नहीं हुआ है। अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि मौजूदा सरकार किसी भी मामले पर विपक्ष से विचार नहीं करती है।

उन्होंने इस एका को ऐतिहासिक अवसर कहा। एकता की घोषणा के बाद राजद अध्यक्ष ने कहा कि अभी देश में सांप्रदायिक शक्तियों को देखते हुए हमने इसका फैसला किया है। हमारे बीच कोई अहम नहीं है। बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू अध्यक्ष शरद यादव, पार्टी महासचिव केसी त्यागी, जेडीएस अध्यक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, सजपा प्रमुख कमल मोरारका व इनेलो नेता दुष्यंत चौटाला शिरकत की।

इससे पहले, बैठक में शामिल होते समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि फायदे-नुकसान की बात नहीं है। विलय होना चाहिए ये हम सब की इच्छा थी। हम देश में सशक्त विपक्ष बनकर आएंगे। बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहे इस विलय को बिहार में मोदी रथ को रोकने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश में भी यह गठजोड़ अहम माना जा रहा है।

गौरतलब है कि गत पांच अप्रैल को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने एक झंडा, एक निशान का नारा देते हुए एक तरह से विलय का एलान किया था और भाजपा को बिहार आने की चुनौती दी थी। लालू ने कहा था कि जहां तक जनता परिवार व छह दलों का सवाल है, इनका विलय हो गया है और सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे।

जनता परिवार के विलय की सुगबुगाहट पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव के बाद से ही शुरू हो गई थी, जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को चुनाव में जबर्दस्त जीत मिली थी और बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा उत्तर प्रदेश में सपा और हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को करारी पराजय का सामना करना पड़ा था।