लखनऊ:रामपुर डिस्टलरी में तैनात आबकारी के दो सिपाहियों के शव आज फैक्ट्री प्रांगण में मिलने से रामपुर शहर में सनसनी फैल गई है। दोनों सिपाही बिजनौर के निवासी थे। दोनों सिपाहियों के परिवार के लोगों ने इनकी हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें डिस्टलरी के निदेशक केपी सिंह को नामजद किया गया है।
बिजनौर के अफजलगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम आलमपुर गांवड़ी के 35 वर्षीय संजय कुमार पुत्र रामशरण सिंह तथा रेहड़ थाना क्षेत्र के ग्राम हसनपुर के 40 वर्षीय वकील अहमद पुत्र बुंदू आबकारी विभाग में सिपाही के पद पर कार्यरत थे। उनकी ड्यूटी फिलहाल रेडिको खेतान रामपुर डिस्टलरी में चल रही थी। कल रात इन दोनों की तैनाती डिस्टलरी के मुख्य द्वार पर थी। दोनों मुख्य द्वार से नदारद मिले। खोजबीन करने पर शव डिस्टलरी प्लांट के अंदर संदिग्धावस्था में पड़े मिले। इस सूचना पर पहुंचे मृतकों के परिवार के लोगों ने इनकी हत्या करने के आरोप लगाये हैं। परिवार के लोगों ने रामपुर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने दोनों के शव पीएम के लिए भेजे हैं।
रामपुर डिस्टलरी में आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त समेत पूरी टीम तैनात है। टीम बाहर जाने वाली शराब की निगरानी करती है। इसी टीम में शामिल सिपाही वकील अहमद और संजय सिंह रात ड्यूटी पर तैनात थे। रात में ही इनकी मौत हो गई। दोनों के शव डिस्टलरी में पड़े मिले। पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। डिस्टलरी के डायरेक्टर केपी सिंह को भी नामजद किया गया है।