लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के नये मुखिया अरुण कुमार गुप्ता को भले ही काम करने के लिए सिर्फ 31 दिन का ही वक्त मिला है, पर उनके उत्साह में कमी नहीं हैं। वह उत्साह से लबरेज हैं। उनका कहना है कि समय भले कम है लेकिन उसका सदुपयोग करेंगे और अपने काम की छाप छोड़ेंगे। पुलिस बल के लिए अपने पहले संदेश में उन्होंने कहा कि पुलिस निर्भीक होकर काम करे, उसकी दिक्कत व परेशानी दूर करना हमारी जिम्मेदारी है।
डीजीपी मुख्यालय में कार्यभार ग्रहण करने के बाद कल गुप्ता ने कहा कि जब मैं पुलिस फोर्स में आया तब जो प्राथमिकताएं थीं वही आज भी हैं। अपराध के स्वरूप में बदलाव जरूर हुआ है मगर उसके नियंत्रण के तौर तरीके भी बदले हैं। उन्होंने कहा कि देश में डाक्टर और पुलिस की भूमिका बिल्कुल एक तरह की होती है। मरीज को अगर लगता है कि डाक्टर उसके प्रति गंभीर है तो उसका आत्मबल बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि अगर थानों में पुलिस फरियादियों के प्रति गंभीरता दिखायेगी तो आम जनता का पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ेगा।
रणनीति बना कसेंगे आतंकवाद की नकेल
आतंकवाद, लव जिहाद व धर्मातरण जैसे मुद्दों पर एके गुप्ता रणनीति बनाकर कार्य करेंगे। गुप्ता का कहना है कि आतंकवाद पूरे देश का मुद्दा है, इससे उप्र भी अछूता नहीं है। हम इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करेंगे। पीके फिल्म को लेकर उत्पन्न विवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो टैक्स फ्री कर दी गयी है, इस पर क्या विवाद।
पुलिस से ताकतवर कोई नहीं
लगातार हो रहे हमले की वजह से पुलिस के घटते इकबाल के सवाल को काटते हुए एके गुप्ता ने कहा कि पुलिस से ताकतवर कोई नहीं है। पुलिस के पास मैन पावर, हथियार और दिमाग है और अगर सबका सदुपयोग कर पुलिस चलेगी तो अपराधियों पर बहुत भारी होगी।
मुझ पर कभी नहीं पड़ा सियासी दबाव
गुप्ता ने सवालों के जवाब में कहा कि मैंने अपनी 38 साल की सेवा में कभी सियासी दबाव महसूस नहीं किया। लोकतंत्र में हर इंसान को अपनी बात कहने का हक है। मैं जो कुछ भी करूंगा, नियमों के दायरे में ही करूंगा।