फर्रुखाबाद:ये शाम मस्तानी मदहोश किए जाय, कोई डोर मुझे खींचे तेरी ओर लिए जाय…..कुछ इसी तरह के तरानों से शुक्रवार रात ‘फर्रुखाबाद महोत्सव’ का संस्कृतिक पांडाल तब गूँज उठा जब मशहूर गायक कलाकार शब्बीर कुमार ने अपने तरानों का जलवा बिखेरा| इन तरानों का कुछ ऐसा जादू हुआ, लोग भीषण सर्दी भरी रात में रजाई का आनंद छोड़कर महोत्सव पांडाल में खींचे चले आए| भीड़ का आलम यह था कि सांस्कृतिक पंडाल में तिल रखने की जगह नहीं बची| लोग पांडाल के बाहर खड़े होकर शब्बीर और वर्तिका को अपलक निहारते रहे|
18वें फर्रुखाबाद महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में शुक्रवार रात सुर और संगीत का ऐसा अनूठा जादू बिखरा कि पूरा शमां मदहोशी से झूम उठा| झूमें भी क्यों नहीं? जब देश की दो महान हस्तियाँ एक साथ महोत्सव के मंच पर मौजूद हों| फर्रुखाबाद के इतिहास में यह पहली बार था जब एक ओर जहाँ मुंबई से आए महान गायक शब्बीर कुमार और मिस फेमिना इंडिया वर्तिका सिंह फर्रुखाबाद महोत्सव में एक साथ मौजूद थे| एक ओर जहाँ मिस फेमिना वर्तिका सिंह ने अपने रंग-रूप का जादू बिखेरा तो वहीँ दूसरी ओर शब्बीर कुमार ने फ़िल्मी तरानों की सुर लहरी छेड़कर हर किसी को सम्मोहित कर दिया| शब्बीर के ने गुलाबी आँखें जो तेरी देखीं.., मुझे पीने का शौक नहीं, पीता हूँ गम.., सारी दुनियाँ का बोझ हम उठाते है, लोग आते.., मुबारक हो तुम सबको हज का.., दर्दे दिल, दर्दे जिगर दिल में जगाया.., जीत जाएँगे हम, तेरी महरबानियाँ.. आदि मशहूर गानें गाकर लोगों का दिल जीत लिया|
इस कार्यक्रम में पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत, महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ रामकृष्ण राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष तहसीन सिद्दकी, स्वागताध्यक डॉ जितेन्द्र यादव उनकी सहधर्मिणी डॉ अनीता रंजन, जिलाधिकारी एनकेएस चौहान और उनकी पत्नी निशा सिंह चौहान, पुलिस अधीक्षक विजय प्रकाश यादव, नगर मजिस्ट्रेट महमूद आलम अंसारी, सीएमओ डॉ राकेश कुमार, व्यापारी नेता रोहित गोयल, संजीव मिश्रा ‘बॉबी’ आदि ने शब्बीर कुमार और वर्तिका सिंह को सम्मानित किया| पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत की पुत्रवधू अलका राजपूत ने वर्तिका सिंह को बुके भेंट किया|