लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद (यूपी बोर्ड) जहां एक ओर हाईस्कूल, इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारी में जुटा है। वहीं, बीते वर्ष परीक्षा में केंद्र व्यवस्था व कापियों के मूल्यांकन का पारिश्रमिक न मिलने से नाराज शिक्षकों ने फरवरी माह में शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा पर ब्रेक लगाने की तैयारी की है। उन्होंने बोर्ड प्रशासन को २० जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है। इस समयावधि में पैसा न मिलने पर शिक्षक कक्ष निरीक्षक कार्य, मूल्यांकन से स्वयं को अलग कर लेंगे।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट २०१५ परीक्षा १९ फरवरी से शुरू होगी, जिसमें लगभग ६४ लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। पिछले वर्ष १३०९७१ शिक्षक परीक्षक बनाए गए थे। कापियों के मूल्यांकन का पारिश्रमिक सीधे परीक्षकों के खाते में भेजने की व्यवस्था की गई। बावजूद इसके लगभग ४५३०१ शिक्षकों को अब तक पैसा नहीं मिला। बोर्ड के अधिकारी इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों को दोषी ठहरा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ‘ठकुराई गुट ‘के प्रदेश मंत्री मुहर्रम अली का कहना है पारिश्रमिक को लेकर वह महीनों से अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं, जिसे गंभीरता से नहीं लिया गया। अब स्वयं को बोर्ड परीक्षा से अलग करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव अमरनाथ वर्मा ने बताया कि शिक्षकों का पैसा दिलाने के लिए कार्रवाई चल रही है।