फर्रुखाबाद: अनिल सिंह कि हत्या गोलीमार कर कर दिये जाने के बाद परिजन उसके शव को लेकर लोहिया अस्पताल से वापस ले जाने लगे तो पुलिस कर्मियों ने शव को रोक दिया| जिसको लेकर परिजन भड़क गए पुलिस पर कई संगीन आरोप लगाकर पुलिस कर्मियों से हाथापाई कर दी|
शव को लेकर परिजन लोहिया अस्पताल से जैसे ही निकले तो उनका पुलिस कर्मियों पर गुस्सा फुट रहा था| जैसे ही शव को लोहिया अस्पताल से लेकर परिजन लोहिया मूर्ति के निकट पंहुचे तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया| पहले से ही पुलिस कि कार्यप्रणाली से असंतुष्ट परिजनों का गुस्सा पुलिस कर्मियों पर फुट पड़ा| उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराने से ही मना कर दिया|
पुलिस कर्मियों ने जबरन शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया तो मामला बिगड़ गया| परिजनों ने पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई कर दी| किसी भी कीमत पर परिजन शव देने को तैयार नही थे| कुछ देर बाद सीओ वाईपी सिंह के साथ मऊदरवाजा थाना सुनील आक्रोशित परिजनों को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन परिजनों ने उसकी नही मानी उन्होंने थानेदार सुनील यादव से भी हाथापाई कर दी| सीओ को जमकर खरी खोटी सुनाई|
मृतक के भाई संगत सिंह ने सीओ सिटी को भतीजे के केश में दो लाख रुपये लेकर फाइनल रिपोर्ट लगाने का आरोप लगया| दरअसल मृतक के भतीजे हरवेंद्र सिंह पुत्र सज्जन सिंह की मौत शरीर में छाले पड़ने से हो गयी थी जिसमे मुकदमा दर्ज किया गया था| लेकिन पुलिस ने बाद में घटना में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी| जिसमे सीओ पर आरोप लगाया गया|
मृतक के भाई ने किया आत्मदाह का प्रयास
पुलिस के सामने ही मृतक के भाई संगत सिंह ने बाइक में से पेट्रोल निकला कर आत्मदाह करने का प्रयास किया| लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया नही तो बड़ी घटना हो सकती थी|
बाद में थानेदार सुनील यादव ने परिजनों को मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर जेल भेजने का भरोसा दिया तब जाकर परिजन शांत हुए और शव को वापस लोहिया अस्पताल लेकर गए| परिजनों ने तीनो आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी| पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है|