लखनऊ: खाद्य आयुक्त ने आनलाइन (कंप्यूटराइज्ड) राशन कार्ड बनाने की अंतिम तिथि 15 से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी है। कंप्यूटराइजेशन के तहत नए राशन कार्ड बनाने का काम 15 दिसंबर तक पूर्ण कर लेना था लेकिन तकनीकी कारणों से यह पूरा नहीं किया जा सका।
नए राशन कार्ड बनाने में बैंक अकाउंट, मतदाता पहचान पत्रऔर मोबाइल नंबर अनिवार्य किए जाने की वजह से प्रक्रिया धीमी हो गई है। दूसरी ओर जिला प्रशासन तय तिथि तक लक्ष्य के आसपास पहुंचने की स्थिति में नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि नए राशन कार्ड बनाए जाने की तिथि समाप्त होने को है लेकिन हैरानी की बात यह है कि कई ग्राम पंचायतों को डिजिटल राशन कार्ड बनाए जाने की जानकारी ही नहीं है। इसकी वजह से लाभार्थियों ने अभी तक फार्म नहीं भरा है।
नए कार्ड बनवाने के लिए ग्राम पंचायत में खुली बैठक करा कर कार्ड से वंचित रह गए पात्र व्यक्तियों का चयन करने का अधिकार ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को है। कोटेदार को नए फार्म भराने की जिम्मेदारी दी गई है। कार्ड जारी करने का काम ग्राम सभा द्वारा किया जाएगा। कोटेदारों द्वारा नए कार्ड फार्म भरने को लेकर कुछ जगहों पर आपत्ति भी दर्ज कराई गई है।
आदिवासी रह जाएंगे वंचित
डिजीटल राशन कार्ड बनाने के लिए बैंक अकाउंट व निवास प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान संख्या की अनिवार्यता के बाद सबसे अधिक समस्या आदिवासी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को हो रही है। कई ऐसे परिवार हैं जिनका आज तक बैंक अकाउंट नहीं है।