लखनऊ: उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड पुलिस के इकबाल को चुनौती देकर एक दिन पहले बागपत से फरार कुख्यात अपराधी अमित उर्फ भूरा पर पांच लाख रुपये का इनामी घोषित किया गया है। घटना के एक दिन बाद बागपत पहुंचे एडीजी कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल ने आईजी जोन मेरठ आलोक शर्मा, डीआईजी रमित शर्मा व देहरादून के डीआईजी के साथ गेापनीय बैठक की।
पुलिस की हिरासत से कल कुख्यात अमित उर्फ भूरा को छुड़ाने के साथ ही बदमाश दो एके 47 तथा एक इंसास लूटने वाले बदमाशों का दूसरे दिन भी सुराग नहीं लग सका। इस मामले में पुलिस, एसटीएफ व क्राइम ब्राच की करीब 25 टीमें चार राज्यों में अमित व उसके साथियों के ठिकानों पर लगातार दबिशें दे रही हैं। आज उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था मुकुल गोयल बागपत पहुंचे और आइजी आलोक शर्मा, डीआइजी रमित शर्मा, एसपी जेके शाही व देहरादून के डीआइजी गुंजियाल के साथ बंद कमरे में डेढ़ घटे तक बैठक कर अब तक की कार्रवाई की समीक्षा की और बदमाशों की गिरफ्तारी व तीनों हथियार बरामद करने की रणनीति पर बात की। एडीजी ने फरार अमित उर्फ भूरा पर पाच लाख इनाम की संस्तुति शासन से की है। मुकुल गोयल ने बताया बदमाशों की गिरफ्तारी को चार राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली व उत्तराखंड में पुलिस, क्राइम ब्राच व एसटीएफ की टीमें लगातार दबिशें दे रही हैं। चारों राज्यों के पुलिस प्रमुखों से भी सहयोग माग जा रहा है। जब एडीजी से यह पूछा गया कि अमित की फरारी में कहीं यूपी या उत्तराखंड की पुलिस की कोई मिलीभगत तो नहीं है, इस पर उनका कहना था कि इसकी भी जाच की जा रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि सुनील राठी गैंग प्रदेश का सबसे बड़ा गैंग बन चुका है। एडीजी ने कहा कि इस घटना पर पुलिस अपना काम कर रही है और जल्द ही परिणाम सामने होंगे। सूत्रों की मानें तो कुछ दिन पूर्व देहरादून जेल में अमित से उसका भाई व तीन अन्य लोग मिले थे। पुलिस इन चारों का भी पता लगाने में जुटी है।
गौरतलब है कि सुनील राठी गैंग का शार्प शूटर मुजफ्फरनगर निवासी अमित सरनावली उर्फ भूरा देहरादून जेल में बंद था। कल बागपत की अदालत में धमर्ेंद्र हत्याकाड को लेकर अमित की पेशी थी। एचसीपी गंगाराम, कास्टेबल इलमचंद, प्रदीप, धमर्ेंद्र व रविंद्र सोमवार सुबह छह बजे पैसेंजर ट्रेन से अमित को लेकर बागपत के अग्रवाल मंडी टटीरी रेलवे स्टेशन पर उतरे। पुलिसकर्मी स्टेशन के बाहर खड़े एक टेंपो में अमित को बैठाकर अदालत के लिए चल दिए। गंगाराम ने बताया कि राष्ट्र वंदना चौक पर तीन युवक टेंपो में चढ़ गए। दिल्ली- यमुनोत्री हाईवे स्थित क्त्रिस्तु ज्योति स्कूल के पास पीछे से आई एक स्कार्पियो ने ओवरटेक कर टेंपो को रुकवा लिया। टेंपो में पीछे बैठे दोनों युवकों ने सिपाहियों की आखों में मिर्च का स्प्रे कर दिया। इसके बाद स्कार्पियों से उतरे आधा दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने पिस्टल से फायरिंग करते हुए पुलिसकर्मियों से दो एके-47 रायफल व एक एसएलआर भी छीन ली और अमित उर्फ भूरा (32) को पुलिस से छुड़ा लिया। पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर खेतों की ओर भाग निकले थे। इसके बाद बदमाश अमित को लेकर हरियाणा की ओर फरार हो गए थे। आइजी आलोक शर्मा, डीआइजी रमित शर्मा, एसपी बागपत जेके शाही ने मौका मुआयना कर तमाम टीमें गठित कर बदमाशों की तलाश शुरू की लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। अमित रुड़की जेल के बाहर हुई वारदात का भी आरोपी है। इस घटना में तीन लोग मारे गए थे। इस मामले को उत्तराखंड शासन ने बेहद गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को हटाते हुए पाचों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। इतना ही नहीं वहा के डीजीपी ने इस प्रकरण की नैतिक जिम्मेदारी ली। इस वारदात से लखनऊ भी हिल गया था।