रायपुर: छत्तीसगढ़ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे से पहले प्रदेश संगठन में हड़कंप मचा हुआ है। प्रदेश संगठन की ओर से सदस्यता अभियान को लेकर केंद्रीय संगठन को जो आश्वासन दिया गया है, उसका कई जिलाध्यक्षों ने खुले तौर पर विरोध कर दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक की मौजूदगी में जिलाध्यक्षों ने साफ कर दिया कि जो टार्गेट दिया जा रहा है, उतने लोगों का मोबाइल नंबर मिल पाना आसान नहीं है। दरअसल, पार्टी ने केंद्रीय संगठन को 46 हजार सक्रिय सदस्य बनाने का दावा किया है। इन सक्रिय सदस्यों को 100-100 प्राथमिक सदस्य बनाने हैं। ऐसे में प्रदेश संगठन पर 46 लाख सदस्य बनाने का दबाव आ गया है।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, प्रदेश में ऑनलाइन सदस्यता अभियान की मानीटरिंग केंद्रीय स्तर पर की जा रही है। सभी सदस्यों के रजिस्ट्रेशन में मोबाइल नंबर को अनिवार्य कर दिया गया है। प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में यह बात सामने आई कि अगर 46 लाख सदस्य बन जाते हैं, तो पूरे प्रदेश में हर घर में एक भाजपा सदस्य हो जाएगा, जो संभव नहीं है। इस बैठक में प्रदेश महामंत्री शिवरतन शर्मा ने प्रदेश के मोबाइल धारकों के आंकड़े भी पेश किए।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को ज्यादा से ज्यादा सदस्यों के मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो कई जिलाध्यक्षों ने प्रदेश संगठन को सुझाव दिया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को स्थिति स्पष्ट कर दी जाए और सक्रिय सदस्यों की संख्या पिछले साल के बराबर ही बताई जाए। भाजपा संगठन में पिछले साल 23 हजार सक्रिय सदस्य थे।
प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक से जब सदस्यता अभियान के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली के सर्वर में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सदस्यों की संख्या एक साथ बताई जा रही है। इसलिए प्रदेश के सदस्यों की संख्या बता पाना अभी संभव नहीं हो पाया है। प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट डालने वाले सभी वोटरों को सदस्य बनाने की तैयारी चल रही है।
संगठन के महारथी जुटे काट निकालने में
बताया जा रहा है कि सदस्यता अभियान को लेकर संगठन के दिग्गज नेता सक्रिय हो गए हैं। प्रदेश संगठन मंत्री रामप्रताप सिंह, प्रदेश महामंत्री शिवरतन शर्मा, भूपेंद्र सवन्नी और अन्य नेता सदस्यता के आंकड़ों को सुलझाने के लिए कई दौर की बैठक कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि अमित शाह की टीम की नजर सदस्यता अभियान पर है। ऐसे में प्रदेश संगठन पूरी सतर्कता के साथ उतरने की तैयारी में है। इसी को देखते हुए सभी जिलाध्यक्षों को पूरी तैयारी से आने का निर्देश दिया गया है।