फर्रुखाबाद: पुरे जनपद में पुलिस झंडा दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया| जिसमे पुलिस कर्मियों को उनके कर्तव्यों का ईमानदारी के साथ पालन करने की बात पर जोर दिया गया| पुलिस अधीक्षक विजय यादव ने पुलिस लाइन में पंहुच कर झंडा दिवस पर सलामी दी|
पुलिस लाइन में सलामी के बाद श्री यादव ने कहा की पुलिस कर्मियों का जीवन संघर्ष से भरा होता है| फिर भी हमे जनता की सुरक्षा के लिये हमे हर समय मुस्तैद रहना चाहिए| शहर कोतवाली पंहुचे क्षेत्राधिकारी योगेन्द्र कुमार सिंह ने कहा की बर्दी पहनने के बाद हमे उसकी जिम्मेदारी को कभी नही भूलना चाहिए| इसके अलाबा जनपद के कई थानों में पुलिस झन्डा दिवस मनाया गया|
23 नवंबर 1952 को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने उत्तर प्रदेश पुलिस और पीएसी को ध्वज प्रदान किया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस को यह ध्वज पुलिस और पीएसी के बलों द्वारा उनके शौर्य प्रदर्शन और उच्च कोटि की कर्तव्यपरायणता के फलस्वरूप दिए गए थे।
पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर प्रदेश के समस्त ऑफिसों, पीएसी वाहिनियों, क्वार्टर गार्ड, थानों, भवनों, कैंपों आदि पर पुलिस ध्वज फहराया गया। साथ ही प्रभारी अधिकारी द्वारा सलामी दी गई। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने पुलिस ध्वज का प्रतीक (स्टीकर) को वर्दी की कमीज की बांयी जेब की बटन के ऊपर लगाया।
सबसे पहले यूपी पुलिस और पीएसी को नेहरू ने दिया था ध्वज
बताते चलें कि पूरे देश में यूपी ही वह पहला राज्य है, जहां नागरिक, पुलिस और पीएसी बलों को ध्वज भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा प्रदान किया गया है। जवाहर लाल नेहरू ने 62 साल पहले 23 नवंबर को ही प्रदेश पुलिस और पीएसी को यह ध्वज एक रंगारंग समारोह में लखनऊ पुलिस लाइन लखनऊ के प्रांगण में प्रदान किया गया था।