हिसार:हिसार में संत रामपाल के आश्रम में पुलिस के घुसने की कोशिशों के बीच समर्थकों व पुलिसबल के बीच भिड़ंत शुरू हो चुकी है। आश्रम की तरफ से पहले गोली चलाने की खबर है। पहले से ही काफी संख्या में जुटे उग्र समर्थकों ने पुलिस पर पत्थर चलाने शुरू कर दिए।
हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने भी लाठियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े। समर्थकों पर काबू करने के लिए फायरिंग होने की भी सूचना है। इस दौरान पुलिस की कार्रवाई में कई चैनलों के कैमरे टूटने की खबर है। पुलिस ने आश्रम की दीवार भी गिरा दी है।
इसबीच स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
इसके साथ ही पुलिस अब आश्रम में प्रवेश करने की कोशिश में है। आश्रम के अंदर से समर्थकों को बाहर निकाला जा रहा था। आश्रम के बाहर का भी पूरा क्षेत्र पुलिस ने खाली करा दिया। समर्थकों की ओर से भी हमला किया जा रहा है। हजारों की संख्या में समर्थक आश्रम की दीवारों पर चढ़े हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि हत्या मामले के आरोपी आध्यात्मिक गुरु संत रामपाल अब बरवाला स्थित अपने सतलोक आश्रम में नहीं हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी किए 30 हजार पुलिसकर्मी देखते रह गए और संत रामपाल आश्रम से निकल गए। इस बीच, आश्रम में रह रहे लोगों को सुबह से ही बाहर निकाला जा रहा है। अब तक 150 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है।
खबर यह भी आ रही है कि आश्रम के बाहर लोग बाल्टी और केन में पेट्रोल और डीजल भरकर बैठ गए हैं, पुलिस ने मीडियाकर्मियों को आश्रम के पास आने पर भी रोक लगा दी है। उन्हें आश्रम से 500 मीटर की दूरी पर रहने का निर्देश दिया गया है।
जयपुर से आए एक सुरदास ने बताया कि अाश्रम के अंदर लोगों को ये बताया जा रहा है कि जैसे वे यहां से बाहर निकलेंगे पुलिस उन्हें पकड़ लेगी। उन्होंने बताया कि यही कारण है कि आश्रम के अंदर से लोग बाहर आने में हिचक रहे हैं।
इससे पहले, संत रामपाल बरवाला स्थित अपने सतलोक आश्रम से निकल गए, उनकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी किए 30 हजार पुलिसकर्मी देखते रह गए। आश्रम के प्रवक्ता ने भी संत के अब आश्रम में न होने की बात कही थी। प्रवक्ता ने कहा था कि पुलिस की रोकटोक से आश्रम में दवाएं और चिकित्सकीय उपकरण नहीं पहुंच पा रहे थे, इसलिए अस्वस्थ संत को आश्रम छोडऩा पड़ा।
सोमवार शाम आश्रम में घुसने की पुलिस की कोशिश तब नाकाम हो गई जब करीब दर्जन भर उग्र संत समर्थकों ने अपने शरीर पर डीजल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। कुछ समर्थकों ने पुलिस की गाडिय़ों से अपने सिर मारकर खुद को जख्मी कर लिया।