लाखो का चूना: ड्राप आउट बच्चों के नाम पर खुला फर्जीबाड़ा!

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dc nrmanफर्रुखाबाद: शिक्षा विभाग ने बिना दाखिला के छूटे बच्चो को शिक्षा की मूल धारा से पुन: जोड़ने हेतु ड्राप आउटसेंटर की व्यवस्था की थी| लेकिन अब उसमे भी खुला फर्जीबाड़ा चल रहा है| बढ़पुर स्थित सेंटर पर तो कही का ईट व कही का रोड़ा नजर आया| मीडिया के सामने नही बल्कि अधिकारियो के सामने भी इसकी पोल खुली| सेंटर पर जो नजर आये उनमे भी विभिन्य प्रकार के फर्जीबाड़े की बू आ रही थी| अधिकारियो ने कुछ अपनी डायरी मे नोट किया तो कुछ अपने दिमाग में| लेकिन अब कार्यवाही क्या होगी यह अधिकारियो की ईमानदारी पर निर्भर करेगा| फ़िलहाल सेंटर संचालक व विधालय के प्रधानाध्यापक के बीच जमकर विवाद हो गया| विवाद की मुख्य वजह केबल फर्जी बच्चो को सेंटर पर बैठाना पता चली है| कई विधालय के बच्चे केंद्र पर गिनती बढ़ाते नजर आये|

mdmबढ़पुर स्थित प्राथमिक विधालय के अतिरिक्त कक्षा कक्ष में ड्राप आउट चल रहा है| जिसके केंद्र प्रभारी चर्चित पूर्व प्रधानाचार्य विमल मिश्रा है| केंद्र पर कुल 11 का पंजीकरण पाया गया| जिसमे से तीन छात्रों का नाम पहले ही कट चुका था| केंद्र पर कुल सात बच्चे ही बैठे मिले| केंद्र व्यवस्थापक विमल मिश्रा कैमरा देखते ही बोले निपट गयी अब कोई बात नही| जबकि उनकी कार्यप्रणाली से सभी अध्यापक त्रस्त बताये गये है|
विधालय की प्रधानाचार्य आभा सक्सेना ने बताया केंद्र प्रभारी विमल मिश्रा उनके विधालय की कक्षा पांच की छात्रा शिवानी पुत्री अनिल सक्सेना को केंद्र के अन्दर बैठा के संख्या बढ़ाने केचक्कर में फोटो खीच रहे थे| कमरा अन्दर से बंद था| जिस का मैंने विरोध कर दिया तो केंद्र प्रभारी आगबबूला हो गये| जिस पर बिवाद हुआ|
केंद्र पर खुद का खाना खाते मिले बच्चे
केंद्र पर बैठे बच्चे ड्रेस में थे ड्रेस अभी बटी नही तो फिर बच्चो के पास कंहा से आ गयी| फ़िलहाल सबसे बड़ा मामला यह है की फजी mdmaनामाकंन को लेकर चल रहे कृत्य का खुला खेल नजर आया| केंद्र पर मौजूद बच्चों ने कहा की वह खाना अपना लाते है| जब से केंद्र पर आना शुरू किया तब से खुद घर का भोजन करते है| मजे की बात यह है की मध्यान भोजन के अभिलेखों में सभी बच्चों का नाम बकायादा दर्ज हो रहा है| लेकिन बच्चो का कहना है की वह विधालय का भोजन नही करते| विधालय का भोजन अच्छा नही बनता | जानकारी के अनुसार केंद्र प्रभारी विमल मिश्र व प्रधानाचार्य आभा सक्सेना के बीच फर्जी बच्चो को लेकर हुये विवाद की जानकारी पर पंहुचे डीसी निर्माण के सामने भी बच्चो ने अपने लंच बाक्स दिखाये तो मौके पर मौजूद केंद्र प्रभारी व प्रधानाचार्य बगले झाकने लगे|
विधालय के शौचालय भी गंदे व टूटे मिले
डीसी निर्माण को विधालय के शौचालयों की दशा ठीक नही मिली| गेट टूटे थे छात्राये टूटे शौचालय का ही प्रयोग कर रही थी| उन्होंने विकास अनुदान की धनराशी से शौचालय ठीक कराने के निर्देश दिये|
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगराज सिंह ने फोन नही उठाया| नगर मजिस्ट्रेट महमूद आलम ने बताया की विधालय की इस सम्बन्ध में जाँच करायी जाएगी| विधालय की विभागीय जाँच के लिए कार्यवाही होगी|